मुंबई, 13 फरवरी (जनसमा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्कूलों से कहा है कि वे अपने टूर कार्यक्रम बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि कम से कम साल में एक आर्ट गैलरी छात्र देख सकें।
मोदी ने कहा “आर्ट अनंत की अभिव्यक्ति होती है। मैं स्कूलों से आग्रह करूंगा कि वो अपने टूर प्रोग्राम बनाते हैं, तो उस टूर प्रोग्राम में साल में एक कार्यक्रम कम से कम आर्ट गैलेरी देखने के लिए बनाएं।”
प्रधानमंत्री ने बोम्बे आर्ट सोसायटी की नई इमारत का शुभारंभ करते हुए अफसोस जताया कि बाकी सब देखने जाएंगे, समुद्र तट देखने जाएंगे, आर्ट गैलरी देखने नहीं जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने बताया कि रेलवे डिपार्टमेंट को कहा गया है कि जो व्यस्त रेलवे प्लेटफॉर्म है और जहां दो तरफ ट्रेन आती है वहां बीच में उसके खम्भे होते हैं। मैंने कहा कि एक डिवाडर के रूप में एक बढ़िया आर्ट गैलरी रेलवे प्लेटफॉर्म पर बनाई जाए। इससे उस नगर के कलाकारों तथा उभरते हुए कलाकारों को अपना काम दिखाने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कला का न कोई दायरा होना चाहिए न कोई बंधन होने चाहिए। राज्य की जिम्मेदारी है कि कला को पुरस्कृत करें। कला समाज की शक्ति का हिस्सा होनी चाहिए तभी जा कर सार्थक परिणामकारी होती है।
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