भुवनेश्वर, 7 फरवरी (जनसमा) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवा वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे इसी प्रकार प्रेरणा प्राप्त करें और अपने कार्य द्वारा लोगों की सेवा करें। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के छात्रों से अनुरोध किया कि वे इस संस्थान को जहां केवल नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग होता है, भारत का सबसे हरित, शून्य उत्सर्जन परिसर बनाने की दिशा में काम करें।
प्रधानमंत्री आज भुवनेश्वर में, राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईएसईआर) राष्ट्र को समर्पित किया ।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नवाचार प्रत्येक समाज और प्रत्येक युग के लिए समय की मांग है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का उल्लेख किया जो छोटे स्तर पर शुरू हुआ था लेकिन आज पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि विज्ञानिक संस्थानों में नवाचार का माहौल को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने ओडिशा स्थित इस संस्थान के संदर्भ में कोयला गैसीकरण, स्वच्छ ऊर्जा, नील क्रांति जैसे क्षेत्रों में नवाचार के लिए और 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध कराने की संभावनाओं का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री एनआईएसईआर के छात्रों से अनुरोध किया कि वे इस संस्थान को जहां केवल नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग होता है, भारत का सबसे हरित, शून्य उत्सर्जन परिसर बनाने की दिशा में काम करें।
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