नई दिल्ली, 20 जनवरी। मानव संसाधन मंत्रालय ने हैदराबाद में हुई एक दलित छात्र की आत्महत्या के बारे में बुधवार को अपनी किसी भूमिका का कड़े शब्दों में खंडन किया और कहा कि यह मामला जाति से संबंधित नहीं है I
मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में अपने मंत्रालय का पक्ष रखते हुए कहा कि यह जाति सम्बंधित मामला नहीं है जैसा कि कुछ लोग इसे बनाना चाहते हैंI उन्होंने कहा कि हैदराबाद पुलिस और अधिकारी इस बारे में जांच कर रहे हैं और उन्हें इस जांच पर पूरा भरोसा हैI
मंत्री ने कहा कि अब उनके पास इस मामले के सारे तथ्य आ गए हैंI रोहित की आत्महत्या पर दुःख जताते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार को पता चला है कि यह दलित और गैर-दलित के बीच टकराव नहीं हैI कुछ छात्रों ने हॉस्टल से अपने निष्कासन का विरोध किया था और उच्च न्यायालय ने भी इस पर रोक लगाने से मना कर दिया थाI
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सरकार ने कोई कार्यकारी परिषद नहीं बनाया था और उसके सदस्य पिछली सरकार के समय नियुक्त किये गए थेI मंत्री ने कहा कि मीडिया में आए रोहित के सुसाइड नोट के बारे में सरकार ने हैदराबाद पुलिस से जानकारी मांगी हैI उस नोट में किसी सांसद, विश्वविद्यालय के अधिकारी अथवा संस्था का ज़िक्र नहीं हैI उन्होंने आग्रह किया कि इस मामले में बेहद ज़िम्मेदारी से काम लिया जाना चाहिए क्योंकि भावनाओं को भड़काना आसान होता हैI
केंद्रीय मंत्री बंडारु दत्तात्रेय का पक्ष लेते हुए ईरानी ने कहा कि वह अकेले व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय में हो रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त की हैI कांग्रेस के सांसद हनुमन्था राव ने भी एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था कि ऐसी घटनाएं पिछले चार वर्षों से हो रही हैं I यदि कांग्रेस ने तब ऐसी घटनाओं पर रोक लगा दी होती तो आज रोहित जीवित होताI (हि.स.)
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