रांची, 12 अप्रैल। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंद्रवंशी ने कहा है कि हमारे देश ने पोलियो से मुक्ति पाने में अहम सफलता हासिल की है लेकिन हमारे पडोसी देश पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में अब भी पोलियो के केस पाए जा रहे हैं। इस कारण हमें सचेत रहना है जब तक विश्व में पोलियो का संक्रमण है तब तक हमें पोलियो से सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि इन सेवाओं को घर-घर पहुँचाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है, इसके लिए ए0एन0एम0, सहिया, आंगनबाडी सेविका, पी0आर0आई0 सदस्य आदि को इस अभियान में शामिल किया जाना चाहिए। वे आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा इनएक्टिव पोलियो वायरस (आईपीवी) टीका की शुरूआत के क्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि यह टीका अब नियमित टीकाकरण के अंर्तगत राज्य के 24 जिलों में उपलब्ध रहेगा। आईपीवी का इन्जेक्शन ओपीवी की तीसरी खुराक के साथ दिया जाएगा। यह बच्चों के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है तथा पोलियो वायरस से लडने की शक्ति प्रदान करता है।
इस अवसर पर बतलाया गया कि जापानी मस्तिष्क ज्वर रोधी टीका का विस्तार राज्य के और 4 जिलों में किया गया। पलामू, पाकुड, गिरिडिह तथा दुमका में जापानी जैपनीज इन्सेफ्लाइटिस पहले से दिया जा रहा है, अब रांची, साहेबगंज, जामताडा तथा चाईबासा में भी इस टीके का विस्तार किया गया है।
जापानी मस्तिष्क ज्वर एक घातक तथा जानलेवा बीमारी है। यह फ्लैविवायरस के संक्रमण से होता है। सर्वप्रथम 1871 में इस बीमारी का जापान में पता चला था इसलिए इसका नाम जैपनीज इन्सेफ्लाइटिस रखा गया। सुअर तथा जंगली पक्षी मस्तिष्क ज्वर विषाणु के स्त्रोत होते है तथा मच्छर इस बीमारी का वाहक होता है।
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