जब तक संभव हो, नंबर वन बने रहना चाहूंगी : सानिया

एस.राजेश===

भारत की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा की कोर्ट पर मार्टिना हिंगिस और इवान डोडिग के साथ जोड़ी काफी सफल रही है। हिंगिस के साथ उन्होंने महिला युगल में तीन ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किए हैं तो डोडिग के साथ वह दो ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंची हैं।

महिला युगल में सानिया एक साल से अधिक समय से शीर्ष पर हैं। उनका कहना है कि उनकी यही कोशिश रहेगी कि जितने अधिक समय तक हो सके, वह इस स्थान पर बनीं रहें।

एक साक्षात्कार में सानिया से पूछा गया कि इस कामयाबी की क्या वजह है तो उन्होंने कहा, “मैंने और मार्टिना ने 15 महीने पहले शुरुआत की थी और तब से हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कई बार आपको लोगों के साथ खेलना पड़ता है और मेहनत करनी पड़ती है। इसमें समय लगता है, लेकिन सौभाग्य से हमने न सिर्फ तुरंत ही अच्छी फॉर्म हासिल कर ली बल्कि इसे जारी भी रखा। यह हमारे लिए अविश्वसनीय साल रहा।”

सानिया ने कहा, “हम अच्छे दोस्त भी बन गए हैं। इससे हमें कोर्ट पर काफी मदद मिलती है।”

इवान के बारे में उनका कहना था, “इवान के साथ मैं आईबीटीएल में खेली थी। हम दोनों एक ही टीम में थे और फिर दोस्त बन गए। हमने आस्ट्रेलिया में साथ खेलने का फैसला किया और वहां शानदार प्रदर्शन किया। उनकी सर्विस काफी अच्छी है, साथ ही वह पीछे से अच्छा खेलते हैं। इसलिए हम एक दूसरे के लिए सही हैं।”

लगातार खेलते रहने के लिए आपकी प्रेरणा क्या है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “जब मैंने टेनिस खेलना शुरू किया था, तब मेरे खेलने की प्रेरणा मेरा टेनिस के प्रति प्यार था। मेरे माता-पिता ने इसमें अहम रोल निभाया। आज मैं इसलिए खेल रही हूं क्योंकि मुझे प्रतिस्पर्धा करना पसंद है। मैं खेल से प्यार करती हूं। मैं जीतने के अहसास को याद करती हूं। इसीलिए हम पैदा हुए हैं। मुझे खेलने और विश्व भर में घूमने में मजा आता है।”

सानिया पिछले एक साल से नंबर-1 खिलाड़ी हैं और अब उन्होंने महिला युगल में तीन ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम कर लिए हैं। इसके अलावा तीन मिश्रित युगल खिताब भी उन्होंने अपनी झोली में डाले हैं। उन्होंने आने वाले सत्रों में अपने लक्ष्यों के बारे में बताया।

सानिया ने कहा, “मेरा लक्ष्य अधिक समय तक नंबर-1 पर बने रहना है। कम ही लोग यह मुकाम हासिल कर पाते हैं। मैं इस मुकाम को हासिल कर भाग्यशाली महसूस कर रही हूं। हमारा लक्ष्य हर टूर्नामेंट जीतना होता है, लेकिन स्लैम जीतना हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है।”

सानिया को पद्म श्री, पद्म भूषण, अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। इन सम्मानों से जुड़े अहसास के बारे में उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए बहुत अधिक सम्मान की बात है। जब मुझे खेल रत्न मिला तो मैं इस पुरस्कार को लेने महज तीन दिन के लिए अमेरिका से लौटकर स्वदेश आई। पद्म भूषण का अर्थ यह है कि आपको पूरा देश, आपकी सरकार मान्यता दे रहे हैं और देश में किसी नागरिक के लिए यह सबसे बड़ा सम्मान है। मैं अपने आपको सौभाग्यशाली समझती हूं कि मुझे ये सम्मान मिले। यह हमें देश के लिए अधिक करने की प्रेरणा देता है। ”           –आईएएनएस