जीवन से कम संतुष्ट होते हैं शराबी

लंदन, 5 मई | रोजाना पीनेवाले, कृपया ध्यान दें! अल्कोहल से भले ही थोड़े समय की खुशी मिल जाती हो और शाम शायद खुशगवार बीतती हो, लेकिन कुल मिलाकर पीने वालों को उतनी ही खुशी मिलती है जितनी नहीं पीने वालों को। खुशी तो दूर, जिन्हें शराब की लत लग जाती है वे जीवन से कम संतुष्ट होते हैं। एक दिलचस्प सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है। केंट विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि इसका मतलब यह है कि अल्कोहल पीने से थोड़े समय की खुशी भले मिलती हो, लेकिन यह लंबे समय की खुशी की चाबी नहीं है।

इस शोध के निष्कर्षो से पता चला है कि ज्यादा पीने से लोगों को अपने जीवन से संतुष्टि हासिल नहीं होती। बल्कि, इसके उलट जिन्हें पीने की लत लग जाती है, वे अपने जीवन से कम संतुष्ट होते हैं।

फोटो : आईएएनएस

शोधकर्ताओं ने लंबे समय तक किए गए अध्ययन के बाद पाया कि अल्कोहल का सेवन कम-ज्यादा करने से जीवन में कोई बदलाव नहीं होता।

यह शोध सोशल साइंस एंड मेडिसिन नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं ने आईफोन आधारित एप और पारंपरिक दल बनाकर किए जाने वाले अध्ययन के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की कि अल्कोहल के असर से जीवन में खुशी के स्तर पर क्या प्रभाव पड़ता है।

केंट विश्वविद्यालय के सामाजिक नीति विशेषज्ञ बेन बॉमबर्ग गीगर का कहना है, “यह शोध नीति निर्माताओं को यह संकेत दे रहा है कि वे शराब नियमन का लागत-लाभ विश्लेषण करने में खुशी के पैमाने पर गौर कर सकते हैं। बेहतर निर्णय ले सकते हैं कि किससे लोगों को फायदा होगा और किससे नहीं होगा।”