टोरंटो, 30 अप्रैल | आम धारणा है कि ज्यादा सहवास से संबंध ज्यादा बेहतर होते हैं, लेकिन इसके विपरीत एक शोध में यह बताया गया है कि सप्ताह में एक बार सहवास करने वाले जोड़े ज्यादा खुश रहते हैं। प्रमुख शोधार्थी कनाडा के टोरंटो-मिसीसोगा विश्वविद्यालय की एमी मूज बताती हैं, “हालांकि ज्यादा से ज्यादा सहवास को खुशी से जोड़ा गया है। लेकिन सप्ताह में एक बार सहवास सबसे बेहतर है।”
मूज कहती हैं, “हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि अपने साथी के साथ अंतरंग संबंध बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए रोज सहवास करने की कोई जरूरत नहीं है।”
फाइल फोटो: सिन्हुआ/वांग जियानझोंग/आईएएनएस
हालांकि पिछले कई शोधों और स्वयं-सहायता पुस्तकों में यह बताया जाता रहा है कि ज्यादा सहवास से ज्यादा खुशी मिलती है।
लेकिन 30,000 अमेरिकी नागरिकों पर चार दशकों तक किए गए इस शोध में पहली बार यह पता चला है कि जिन जोड़ो ने सप्ताह में औसतन एक से ज्यादा बार सहवास किया उनके आपसी रिश्तों से इसका कोई संबंध नहीं देखा गया।
यह शोध सोशल साइकोलॉजिकल और पर्सनैलिटी साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
मूज कहती है, “हमारे निष्कर्ष युवा या बुजुर्ग जोड़ों, नए-नए शादीशुदा या फिर जिनकी शादी दशकों पहले हुई हो, सब पर समान रूप से लागू होते हैं।”
मूज कहती हैं कि इस सर्वेक्षण का मकसद यह नहीं है कि जोड़े सप्ताह में एक बार सहवास के औसत तक पहुंचने के लिए कम या ज्यादा सहवास करने लगे। लेकिन अपने साथी के साथ इस संबंध में बात जरूर करें कि क्या वे उनकी यौन जरूरतों को पूरा कर पा रहे हैं।
वे कहती हैं, “अपने साथी के साथ अंतरंग संबंध बनाए रखना जरूरी है न कि ज्यादा से ज्यादा सहवास करना।”
Follow @JansamacharNews