रांची, 6 जुलाई | व्यापार के अनुकूल सबसे बेहतर राज्यों में गत सितंबर में देश में तीसरे स्थान पर रहा झारखंड अब निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य सरकार ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए ‘झारखंड इंवेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड’ का गठन किया है, जिसके सदस्य के रूप में कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अडानी, टी.वी. नरेंद्रन, सज्जन जिंदल, ओ. पी. मित्तल, राजीव झावार और देश के अन्य प्रमुख उद्योगपति हैं।
झारखंड के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने आईएएनएस को बताया, “झारखंड इंवेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड की पहली बैठक आठ जुलाई को मुंबई में होगी। बोर्ड के सदस्य औद्योगिक माहौल को बढ़ावा देने और निवेश जुटाने के लिए झारखंड के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करेंगे।”
उन्होंने कहा, “इस पहली बैठक का मकसद राज्य में निवेश को आकृष्ट करना है। इसमें निवेश लाने के लिए नीतियों पर सुझाव मांगे जाएंगे। निवेश को सुविधा देने के लिए यदि नीति में किसी भी बदलाव की गुंजाइश होगी तो उस पर चर्चा की जाएगी। प्रधान सचिव ने यह भी कहा कि इस बैठक में वर्ष 2017 के फरवरी में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन पर भी चर्चा की जाएगी।”
कुमार ने कहा, “इसका मकसद एक संदेश देना है कि झारखंड निवेशकों के लिए एक अच्छी जगह है। जहां तक नीतियां बनाने का सवाल है, झारखंड ने एक मील का पत्थर हासिल कर लिया है। अब ध्यान नीति को हकीकत में बदलने पर है।”
पिछले एक साल में राज्य सरकार ने निवेशकों को लुभाने के कई उपाय किए हैं। उदाहरण के लिए एकल खिड़की प्रणाली काम करने लगी है। निवेशकों के लिए चीजें आसान करने के लिए कागजी काम को न्यूनतम कर दिया गया है।
उद्योग विभाग के सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार का मकसद खनन एवं खनिज से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देना है।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले सरकार बेंगलुरू, हैदराबाद, नई दिल्ली एवं देश के अन्य प्रमुख शहरों एवं विदेशों में रोड शो का आयोजन करेगी। —आईएएनएस
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