रांची, 4 जनवरी। झारखंड सरकार हस्तशिल्प, हस्तकरघा एवं रेशम उद्योग को बढावा देने के लिए नई योजनाओं को प्रोत्साहन दे रही है। इसके लिए आधारभूत संरचना को विकसित किया जा रहा है। सरकार बुनकरों को सीडैक के माध्यम से कंप्यूटर डिजाईनिंग का प्रशिक्षण दिलाने की तैयारी में है।
उल्लेखनीय है कि तसर उत्पादन के क्षेत्र में झारखंड देश का अग्रणी राज्य है। सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में 2700 मीट्रिक टन तसर उत्पादन का लक्ष्य रखा है। जानकारी के अनुसार 12020 व्यक्तियों को रेशम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर उनका कौशल विकास किया गया है।
गोड्डा स्थित मेगा हैंडलूम कलस्टर के विकास के लिए 76.57 करोड का संशोधित डीपीआर बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया है। केंद्र सरकार राज्य में हस्तशिल्प को बढावा देने के लिए वित्तीय मदद दे रही है। इसके तहत एसटी और एससी वर्ग के लोगो को झारक्राफ्ट प्रशिक्षित करेगा।
रेशम उत्पादन को बढावा देने के लिए रेशम उत्पादन में लगे किसानों को मोबाईल फोन की सुविधा दी गई है। इरबा में शिल्क पार्क की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। वहीं आमदा शिल्क पार्क का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ होने की संभावना है।
Follow @JansamacharNews