रांची, 08 मार्च। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पैसे के अभाव में बेटियों की पढ़ाई अधूरी नहीं रहने दी जायेगी। बेटियों को पढ़ाने में झारखण्ड सरकार पूरी मदद करेगी। सरकार का नारा है, पहले पढ़ाई, फिर बिदाई। अशिक्षा विकास में सबसे बड़ी बाधक है। बेटी के पढ़ने से दो परिवारों में संस्कार आते हैं।
वे मंगलवार को धुर्वा स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आजीविका महिला महासम्मेलन के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्र में बेहतर काम करनेवाली ग्रामीण महिलाओं को सम्मानित भी किया।
रघुवर दास ने कहा कि महिलाओं कोे ज्यादा से ज्यादा अधिकार मिले, इसलिये झारखण्ड सरकार ने इस वर्ष महिलाओं के लिए अलग से बजट पेश किया है। कुल बजट का 43 प्रतिशत हिस्सा महिलाओं के विकास से जुड़ी योजनाओं पर खर्च किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फेजवाइज सभी गांव में स्वयं सहायता समूह के संचालन के लिए भवन बनाया जायेगा। इसके पैसे सीधे ग्रामीणों को मिलेंगे।
झारखण्ड के मुख्यमंत्री ने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि अपने गांव को नशा मुक्त करायें। इसके लिए जन आंदोलन की जरूरत है, जो महिलाओं के बिना संभव नहीं है। नशा मुक्त गांव को सरकार एक-एक लाख रुपये का इनाम देगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर घर में शौचालय निर्माण हेतु 12 हजार रुपये की सहायता राशि दे रही है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास से ही राज्य का विकास संभव है। गांव में महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा।
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