रीतू तोमर====नई दिल्ली, 23 अप्रैल | संजीदा अभिनय से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ने वाले अभिनेता मनोज बाजपेयी फिल्म ‘अलीगढ़’ के बाद जल्द ही अपनी आगामी फिल्म ‘ट्रैफिक’ में एक ट्रैफिक हवलदार के रूप में नजर आएंगे। इस फिल्म की कहानी उनके दिल को छू गई, इसलिए उन्होंने इसमें काम करने की हामी भर दी।
अपनी लगभग हर फिल्म में अभिनय का जादू चलाने वाले मनोज ने फिल्म, समाज और हिंदी फिल्म जगत से जुड़ी कई बातों पर आईएएनएस से खास बातचीत में अपने दिल की बात रखी।
‘ट्रैफिक’ एक सत्य घटना पर आधारित फिल्म है। सच्ची घटना पर आधारित फिल्म में काम करना अपने आप में एक चुनौती है। इसी चुनौती के बारे में मनोज कहते हैं कि आप तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। पूरी फिल्म उस वास्तविक घटना के ईद-गिर्द घूमती है। इसलिए इस तरह की फिल्मों में काम करने से जिम्मेदारी बढ़ जाती है, लेकिन कहानी उम्दा हो तो सुकून भी रहता है।
फिल्म की कहानी के बारे में मनोज कहते हैं, “इस फिल्म की कहानी सीधे दिल को छूती है तो मैंने हां करने में देर नहीं की। मैं नहीं चाहता था कि इस तरह की फिल्म मेरे हाथ से निकल जाए।”
यह फिल्म एक ट्रैफिक हवलदार की कहानी है, जो समाज की वास्तविकता को सामने लाती है कि किस तरह एक ट्रैफिक हवलदार दिनभर की समस्याओं से जूझते हुए जिंदगी बचाता है। इस फिल्म में रोमांच, इमोशन, सुख, दुख सब कुछ है, जो दर्शकों को बांधे रखने के लिए पर्याप्त है।
मनोज बाजपेयी ने अपनी फिल्मी करियर में अलग-अलग तरह की भूमिकाएं की हैं। उनकी यह फिल्म पिछली फिल्म से कितनी अलग है कि इस पर वह कहते हैं, “ट्रैफिक मेरी पिछली सभी फिल्मों से एकदम अलग है। आप मेरी किसी एक फिल्म की तुलना दूसरी फिल्म से नहीं कर सकते हैं। मेरे करियर की अच्छी बात यही है कि मैंने कभी भी एक तरह की फिल्में नहीं की। अलग-अलग तरह की फिल्में करना मेरा उद्देश्य रहा है और मैं वही करता रहा हूं।”
हाल ही में सलमान खान ने ट्वीट कर ‘ट्रैफिक’ फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर की सराहना की और इसे देखने की इच्छा जताई थी। मनोज बाजपेयी इस पर कहते हैं, “मैं सलमान के ट्वीट को देखकर चौंक गया था। इतने बड़े स्टार हमारी फिल्म को सपोर्ट कर रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि ‘ट्रैफिक’ के ट्रेलर ने उनके दिल को छू लिया है। ऋषि कपूर ने भी इसी तरह ट्वीट कर फिल्म को सराहा है।”
बाजपेयी कहते हैं कि ‘ट्रैफिक’ की यूएसपी इसकी कहानी है, क्योंकि दर्शक पैसे खर्च करके कहानी देखना चाहते हैं। अगर दर्शक इस तरह की फिल्म नहीं देखेंगे तो वह किसी को दोष नहीं दे सकते कि हमारे यहां इस तरह की फिल्में नहीं बनतीं। इस तरह की फिल्म देखना उनकी भी जिम्मेदारी बनती है।
‘ट्रैफिक’ एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। आजकल हर रोज ट्रैफिक से जुड़ी घटनाएं घट रही हैं, जिनसे हम अंजान हैं और हमें उनके बारे में अखबारों से पता चलता है कि ट्रैफिक वाले कितनी मशक्कत के साथ हर मिनट जिंदगी बचाने में लगे रहते हैं। इसीलिए अभी ग्रीन कॉरिडोर नीति भी लाई जा रही है।
फिलहाल, दिल्ली में सम-विषम यातायात योजना लागू है और ग्रीन कॉरिडोर नीति बन रही है तो ऐसे समय में फिल्म का रिलीज होना बिल्कुल सटीक है।
मनोज बाजपेयी को फिल्म के अच्छे कारोबार की उम्मीद है। वह कहते हैं कि फिल्म ने अपनी छाप छोड़नी शुरू कर दी है। बाकी सब छह मई को फिल्म रिलीज होने के बाद ही पता चलेगा। सोशल मीडिया पर इसके ट्रेलर को काफी सराहा जा रहा है।
आज के दौर में नवाजुद्दीन सिद्दीकी, इरफान खान जैसे संजीदा अभिनेताओं के बारे में मनोज कहते हैं कि ये अच्छे कलाकार अच्छा काम कर रहे हैं। इन्हें सराहा जाना चाहिए। एक कलाकार के काम को दूसरे के काम से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
वह इंडस्ट्री में कदम रख रहे नए एवं युवा अभिनेताओं को अभिनय और कहानी प्रधान फिल्में करने की सलाह देते हैं, ताकि लोग उन्हें लंबे समय तक याद रख सकें।
फिल्मों के रीमेक के इस दौर में मनोज बाजपेयी कहते हैं कि यह एक स्वतंत्र देश है। मेरी किसी फिल्म का रीमेक बनता है तो यह अच्छी बात है। मेरी सभी फिल्में मेरे दिल के पास हैं। मैंने कहानी और अभिनय प्रधान फिल्में की हैं।
‘ट्रैफिक’ छह मई को रिलीज को रिलीज होने जा रही है। यह इसी नाम से 2011 में बनी मलयालम फिल्म की रीमेक है। इसमें मनोज के अलावा जिमी शेरगिल, प्रोसेनजीत चटर्जी और सचिन खाडेकर भी हैं।
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