न्यूयॉर्क, 05 जनवरी। अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से बनाए गए उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प का एक बार फिर खुलकर मुस्लिम विरोधी बयान सामने आया है। इस बार उन्होंने सीधेतौर पर कहा है कि यदि अमरीकन जनता उन्हें राष्ट्रपति चुनती है तो वे अमरीका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगा देंगे।
ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले अपनी जुबानी जंग तेज करते हुए यहां तक कहा है कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के पनपने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिटन कम दोषी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने पिछले बयान पर अडिग हैं, उससे पीछे नहीं हटे हैं, अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो अमरीका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी।
ट्रंप का दावा है कि उनके इस बयान पर देशभर में उन्हें कई लोगों का समर्थन मिला है। साथ ही इस बात के लिए भी बधाई संदेश भेजे कि मेरे द्वारा यह मुद्दा बहुत गंभीरता पूर्वक उठाया जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि अब इसे कुछ लोगों के खारिज करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मेरा बयान बिल्कुल सही था और आज भी मैं उस पर कायम हूं।
आपको बता दें कि अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से बनाए गए दावेदार डोनाल्ड ट्रम्प इस बार अपने चुनावी प्रचार की शुरूआत पहले रेडियो और टीवी विज्ञापनों के जरिए करेंगे। जिस पर कि वे और उनकी पार्टी दो मिलियन यूएस डॉलर खर्च करने जा रही है।
उधर अमेरिका में एक एक बहुत बड़ा धड़ा ऐसा है जो ट्रंप के इस मुस्लिम विरोधी बयान का खुलकर विरोध कर रहा है, और दुनियाभर में यह माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है कि ट्रंप अमेरीकन राष्ट्रपति के रूप में रिपब्लिकन पार्टी के सही उम्मीदवार नहीं हैं।
वहीं इस धड़े ने लंदन में ट्रम्प के इस बयान को लेकर एक याचिका पर एक लाख से अधिक हस्ताक्षर भी कराए हैं। (हि.स.)
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