डोपिंग में फंसे एथलीट इंदरजीत ने प्रधानमंत्री से मांगी मदद

मुंबई, 12 अगस्त | डोपिंग के आरोपों के चलते रियो ओलम्पिक के लिए उड़ान न भर पाने वाले गोला फेंक खिलाड़ी इंदरजीत सिंह ने गुरुवार को अपने निर्दोष होने की दुहाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी। इंदरजीत ने प्रधानमंत्री से अपने मामले में दखल देने को कहा है ताकि वह ओलम्पिक खेलों में हिस्सा ले सकें।

इंचियोन में हुए एशियन खेलों-2014 में कांस्य पदक दिलाने वाले इंदरजीत रियो ओलम्पिक खेलों में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड खिलाड़ी थे, लेकिन डोपिंग के संदेह के चलते वह रियो नहीं जा सके।

इंदरजीत 22 जून को हुए डोप टेस्ट में असफल साबित हुए थे। वह दो प्रतिबंधित पदार्थो एंड्रोस्ट्रोने और इटीछोलानओलोने के सेवन के दोषी पाए गए हैं।

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने इंदरजीत से जल्द से जल्द दूसरे नमूने की जांच कराने को कहा था और इंदरजीत दूसरे नमूने की जांच में भी डोपिंग के दोषी पाए गए।

विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के नए नियम के मुताबिक इंदरजीत पर चार साल का प्रतिबंध भी लग सकता है।

इंदरजीत ने हालांकि कहा है कि वह निर्दोष हैं और उनके खिलाफ साजिश की गई है।

इंदरजीत ने एक बयान में कहा, “जिस डोपिंग के आरोप में मैं फंसा हूं उसके कारण मुझे मानसिक अशांति झेलनी पड़ रही है। उम्मीद करता हूं कि मैं खुद को निर्दोष साबित कर पाऊंगा। मैंने पहले दिन से कहा है कि मेरे खिलाफ साजिश की गई है और कुछ ऐसी चीजें भी सामने आई हैं जिससे यह साफ पता भी चल रहा है।”

उन्होंने कहा, “एक ही नमूने की रिपोर्ट में विरोधाभास है। पहले कहा गया था कि मेरा 29 जून को जो डोप टेस्ट हुआ है वह नकारात्मक रहा है और बाद में कहा गया कि वह सकारात्मक है।”

उन्होंने कहा, “मैंने पिछले 15 साल में यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है। अब मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि वह इस मामले में दखल दें और मुझे जल्द से जल्द रियो जाने दें। मेरी स्पर्धा 18 अगस्त को है और मैं ओलम्पिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के मौके को गंवाना नहीं चाहता।”

–आईएएनएस