चेन्नई, 6 अक्टूबर | अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के तीन चिकित्सकों का दल तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वाथ्य की जांच करेगा, जो पिछले महीने से ही अस्पताल में भर्ती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, फेफड़ों के विशेषज्ञ जी.सी. खिलनानी, हृदय रोग विशेषज्ञ नीतीश नाइक और एनेस्थेटिस्ट अंजन त्रिखा 68 वर्षीया जयललिता के स्वास्थ्य की जांच करेंगे।
हालांकि अपोलो अस्पताल, जहां जयललिता भर्ती हैं और राज्य सरकार आधिकारिक टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।
एम्स की मेडिकल टीम से पहले लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल के चिकित्सक रिचर्ड बील, जयललिता की जांच कर चुके हैं।
अपोलो अस्पताल के अनुसार, बीगल के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के आधार पर ही उनका उपचार किया जा रहा है।
उपचार योजना में उच्च एंटीबायोटिक दवाएं, रिसपॉयरेटरी सपोर्ट और अन्य संबद्ध नैदानिक उपायों को लगातार संक्रमण का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
जयललिता को बुखार और निर्जलीकरण के कारण 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहीं, अपोलो अस्पताल ने शुरू में कहा था कि जयललिता का बुखार का इलाज किया गया था, बाद में उन्होंने कहा कि उनका संक्रमण का इलाज चल रहा है। जयललिता को अस्पताल में कुछ और दिन रहने की सलाह दी गई है।
मद्रास उच्च न्यायालय ने चार अक्टूबर को एडिशनल एडवोकेट जनरल को सरकार से जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने को कहा था।
सामाजिक कार्यकर्ता ट्रैफिक रामास्वामी ने जयललिता के स्वास्थ्य की वास्तविक स्थिति की मांग करते हुए मद्रास उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की है।
न्यायालय ने यह भी कहा है कि लोग मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए बेचैन हैं।
ट्रैफिक रामास्वामी ने जानना चाहा कि क्या जयललिता महत्वपूर्ण निर्णय लेने और अधिकारियों व मंत्रियों के साथ बैठकें करने के लिए स्वस्थ्य हैं?
–आईएएनएस
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