तमिलनाडु चुनाव : 11 करोड़ की अवैध नगदी जब्त, 702 उड़नदस्ते तैनात किए गए

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2016 में काले धन के उपयोग और मतदाताओं को प्रलोभन देने पर रोक लगाने के दृष्टिकोण से निर्वाचन आयोग द्वारा व्यापक निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों में पुलिस, आयकर विभाग, सीमा शुल्क जैसी अन्य एजेंसियों को शामिल करके उड़नदस्तों, स्थिर निगरानी टीमों और वीडियो निगरानी टीमों का गठन करना शामिल है। राज्यों के आबकारी विभागों और पुलिस अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया के दौरान शराब और अन्य मादक द्रव्यों के उत्पादन वितरण, बिक्री और भंडार पर नजर रखने के लिए कहा गया है।

2- चुनाव की घोषणा की तिथि अर्थात 4 मार्च, 2016 से राज्य में 702 उड़नदस्ते तैनात किए गए हैं। सभी निर्वाचन क्षेत्रों में 712 स्थिर टीमों को तैनात किया गया है। अवैध, नगदी, शराब, नशीले पदार्थों से संबंधित शिकायतों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है।

3- तमिलनाडु विधानसभा के आम चुनावों की अधिसूचना 22 अप्रैल, 2016 को जारी की गई थी और पैसे की सत्‍ता का दुरुपयोग रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ने अनेक सक्रिय कदम उठाए हैं। आयकर विभाग की जांच विंग सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों को इस कार्य में शामिल किया है जिन्होंने काले धन की खोज और उसे जब्त करने के संचालनों सहित त्वरित कार्रवाई करने के लिए पूरे राज्य में व्यापक प्रबंध किए हैं।

4- तमिलनाडु के मुख्‍य चुनाव अधिकारी से 22 अप्रैल, 2016 को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आयकर की जांच विंग ने तमिलनाडु में चेन्नई और उसके आसपास तलाशी और जब्ती परिचालन किए हैं। तलाशी अभियान जांच विंग द्वारा विकसित खुफिया जानकारी पर आधारित हैं। जिनके परिणामस्‍वरूप लगभग 5.2 करोड़ नगदी जब्त की गई है। जब्त की गई नगद राशि किसी समूह की सामान्य व्यापार गतिविधि से संबंधित नहीं थी और इस राशि के बड़े हिस्से का हवाला कारोबार से जुड़े होने का संदेह है। इस राशि का तमिलनाडु के आगामी चुनाव में इस्तेमाल किए जाने की संभावना थी।

5- इसी दिन अर्थात 22 अप्रैल, 2016 को एक गुप्त सूचना के आधार पर जांच विंग ने तमिलनाडु के करूर जिले में एक तलाशी के दौरान 4.77 करोड़ रुपये की नगदी बरामद की। धोती और साडि़यों के रूप में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की वस्तुएं इसी परिसर से बरामद हुई जिनका वोटों को लुभाने के लिए प्रयोग किए जाने का संदेह है।

6- कोयम्बटूर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र में उड़नदस्‍ते ने एक अंतरराज्यीय बस में यात्रा कर रहे दो यात्रियों से 22 अप्रैल, 2016 की सुबह 1.35 करोड़ रुपये की राशि पकड़ी। ये या‍त्री इस नगदी के बारे में कोई तर्कसंगत जानकारी नहीं दे पाए।

7- इससे पूर्व तमिलनाडु में मार्च, 2016 में चुनाव की घोषणा के बाद विभिन्न व्यय निगरानी टीमों ने 35.66 करोड़ रुपये की राशि जब्त की थी। आयोग ने चुनाव को देखते हुए पूरे राज्य में सतर्कता बरतने और निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए थे। ऐसी तलाशी और जब्ती कार्रवाई में और तेजी लाई जाएगी ताकि ऐसी बेहिसाबी राशि का चुनाव प्रक्रिया में लाभ के लिए उपयोग पर लगाम लगाई जा सके। नगदी, शराब और उपहार में दी जाने वाली वस्‍तुओं की गतिविधियों पर कड़ाई से निगरानी की जाएगी। रिश्वत देकर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने सभी प्रवर्तन एजेंसियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिया है कि वे ऐसे मामलों में अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करें। चुनाव व निगरानी दल के किसी सदस्य के पक्षपातपूर्ण आचरण को भी बड़ी गंभीरता से लिया जाएगा और ऐसे दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

8- आयोग ने चुनाव में धन के दुरुपयोग से निपटने की अपनी रणनीति को और मजबूत किया है। अन्य बातों के साथ-साथ आयोग ने अनेक उड़नदस्तों और एसएसटी की संख्या बढ़ाई है, केंद्र सरकार और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपकरणों को उड़नदस्तों में शामिल किया है और उड़नदस्ते में केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती की है। विशेष पर्यवेक्षकों के दल को राज्य में तैयारी की समीक्षा के लिए तैनात किया गया है। इसके अलावा व्‍यय पर्यवेक्षकों की संख्‍या कई गुना बढ़ाई गई है। भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को व्‍यय निगरानी और उड़नदस्तों के परिचालन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रत्‍येक जिले में तैनात किया जाएगा।

9-आयोग ने नैतिक मतदान अभियान चलाने का निर्देश दिया है और राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं को नैतिक मतदान के लिए शपथ लेने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है।