पटना, 25 अप्रैल | लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान सोमवार को बिहार सरकार द्वारा ताड़ी की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ यहां एकदिनी धरने पर बैठे। बड़ी संख्या में जुटे लोजपा कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हुए। पटना के गर्दनीबाग में आयोजित धरने में पासवान ने कहा कि बिहार सरकार पासवान वर्ग को निशाना बना रही है।
उन्होंने कहा, “जिस तरह किसान खेती कर परिवार का पालन करता है, उसी तरह पासी जाति के लोग ताड़ के लंबे-ऊंचे पेड़ों से ताड़ी उतारकर और उसे बेचकर अपना घर चलाते हैं। ताड़ी बिक्री पर प्रतिबंध के बाद ये सभी लोग बेरोजगार हो गए हैं।”
पासवान ने कहा कि नीतीश को ताड़ी पर रोक लगाने से पहले पासी समाज के लोगों की आय के वैकल्पिक स्रोत पर काम करना चाहिए था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश सरकार जब तक ताड़ी ब्रिकी पर लगा प्रतिबंध नहीं हटाती है, तब तक लोजपा इसके खिलाफ आंदोलन करती रहेगी।
उल्लेखनीय है कि बिहार में नीतीश सरकार ने शराबबंदी के साथ ही एक अप्रैल से ताड़ी (ताड़ के पेड़ का नशीला रस) की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ पासी समाज के लोग पटना सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी ताड़ी की ब्रिकी पर प्रतिबंध के फैसले का विरोध किया है।
केंद्रीय मंत्री पासवान के धरने को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि पासवान ताड़ी को लेकर राजनीतिक ‘माइलेज’ लेना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताड़ी ब्रिकी पर प्रतिबंध का कानून वर्ष 1990 से ही लागू है, जिसे सरकार अब कठोरता के साथ लागू कर रही है। ताड़ी पर प्रतिबंध कोई नई बात नहीं है।
(आईएएनएस)
फाईल फोटोः रामविलास पासवान
Follow @JansamacharNews