लंदन, 23 मई | पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में शनिवार देर रात हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में तालिबान सरगना मुल्ला मंसूर के मारे जाने के अमेरिकी दावे और अफगानिस्तान की पुष्टि के बाद भी पाकिस्तान ऐसी रपटों की विश्वसनीयता को लेकर संदेह जता रहा है। पाकिस्तान की मीडिया रपटों के बाद अब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी कहा है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में तालिबान सरगना मंसूर के मारे जाने की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ । (फाइल फोटो: सिन्हुआ / पीआईडी / आईएएनएस)
लंदन पहुंचे नवाज ने हालांकि बताया कि इस बारे में उन्हें अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी का फोन आया था, जिसमें ड्रोन हमले की जानकारी दी गई थी। लेकिन यह जानकारी हमले के बाद दी गई।
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को हमले के बाद दी गई जानकारी के कारण देश ने नाराजगी भी जताई है।
बकौल नवाज, केरी का फोन आने के बाद उन्होंने सेना प्रमुख से बात की। विदेश मंत्रालय से एक बयान भी जारी किया गया, जिसमें अमेरिकी ड्रोन हमले को लेकर विरोध जताया गया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि मुल्ला अख्तर मंसूर को निशाना बनाकर अमेरिका ने जहां ड्रोन हमले किए, वहां से एक पासपोर्ट बरामद हुआ है, जो पाकिस्तानी शख्स वली मुहम्मद का है।
माना जा रहा है कि यह पासपोर्ट धारक 21 मई को ही ईरान से पाकिस्तान लौटा था, जिस दिन मंसूर को निशाना बनाकर ड्रोन हमला किया गया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस हमले को पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है।–आईएएनएस
Follow @JansamacharNews