तीन तलाक असंवैधानिक, खत्म होना चाहिए : नायडू

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर | केंद्रीय मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने मंगलवार को तीन तलाक की समाप्ति की वकालत करते हुए कहा कि यह लैंगिक भेदभाव का एक रूप और संवैधानिक सिद्धांतों के खिलाफ है। केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, “लैंगिक भेदभाव को खत्म किया जाना चाहिए। हम सभ्य समाज से हैं, हम एक लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं। हमें लैंगिक भेदभाव क्यों होने देना चाहिए? तीन तलाक एक लैंगिक भेदभाव है और यह संवैधानिक सिद्धांतों के खिलाफ है।”

नायडू ने कहा, “किसी और की गलती के लिए उन निरीह महिलाओं को क्यों दंडित किया जाना चाहिए। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार तीन तलाक की प्रथा का अंत करने के पक्ष में है।”

नायडू की यह टिप्पणी विवादित मुद्दे पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के एक दिन बाद आई है। प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा था कि सरकार व समाज द्वारा मुस्लिम महिलाओं को न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए और उनका जीवन तीन तलाक प्रथा से बर्बाद नहीं होने देना चाहिए।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) में चल रही खींचतान पर सीधी टिप्पणी करने से बचते हुए उन्होंने कहा, “पारिवारिक राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।”

नायडू ने कहा, “यह उनका आंतरिक मामला है, लेकिन लोग देख रहे हैं कि क्या हो रहा है और वही फैसला करेंगे कि क्या किया जाना चाहिए।”           –आईएएनएस

(फाइल फोटो)