सिद्दीपेट, 11 अक्टूबर | भारत के 29वें राज्य के तौर पर अस्तित्व में आने के करीब ढाई साल बाद, तेलंगाना का नक्शा 21 नए जिलों के साथ मंगलवार को फिर से बनाया गया। लोगों के लिए दशहरे के उपहार के तौर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार ने नए जिलों की जानकारी दी। इसका मकसद जमीनी स्तर पर प्रशासन में सुधार लाना है।
फाइल फोटो : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव। (आईएएनएस)
इस तरह तेलंगाना राज्य में कुल 31 जिले हो गए हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने ज्योतिषियों द्वारा निर्धारित शुभ समय पर औपचारिक तौर से सुबह 11.13 बजे सिद्दीपेट जिले का उद्घाटन किया।
सिद्दीपेट मुख्यमंत्री का गृह जिला है और इसे मेडक जिले से अलग कर बनाया गया है।
पट्टिका के अनावरण से पहले राव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया।
इसके साथ ही दूसरे 20 नए जिलों का उद्घाटन भी उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने किया।
आंध्र प्रदेश से अलग होकर 2 जून, 2014 को भारत के 29वें राज्य के रूप में तेलंगाना अस्तित्व में आया। इसकी आबादी करीब 3.5 करोड़ है।
तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष एस. मधुसूदन चारी ने जयशंकर जिले, जबकि परिषद अध्यक्ष के. स्वामी गौड़ ने जनगांव जिले का उद्घाटन किया। इन दोनों जिलों को मौजूदा वारंगल जिले से अलग कर बनाया गया है।
इसी तरह मौजूदा वारंगल जिले से ही एक दूसरा जिला वारंगल ग्रामीण बनाया गया। इसका उद्घाटन उप मुख्यमंत्री कदियम श्रीहरि ने किया।
एक और उप मुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली ने जगतियाल जिले का उद्घाटन किया। इसे मौजूदा करीमनगर जिले से अलग कर बनाया गया।
सोलह अन्य जिले जिनका उद्घाटन मंगलवार को किया गया, उनके नाम यदारी, पेड्डापल्ली, कामारेड्डी, मेडक, मनचेरियल, विकाराबाद, राजन्ना, आसिफाबाद, सूर्यापेट, कोठागुडम, निर्मल, वानापार्थी, नगरकुरनूल, महबूबाबाद, जोगुलम्बा और मेडचाल (मलकाजगिरी) हैं। –आईएएनएस
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