नई दिल्ली, 22 फरवरी (जनसमा)। शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि कर्नाटक के कम जाने-पहचाने शहर दावणगेरे और महाराष्ट्र के सोलापुर ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् के मुकाबले कहीं ज्यादा अंक हासिल किये हैं।
शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने प्रतिस्पर्धा के पहले चरण में चयनित 20 शहरों के प्रथम बैच से इस साल 25 जून तक अपनी-अपनी स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को लॉन्च करने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री द्वारा इस मिशन का शुभारंभ किये जाने का एक साल इसी तारीख को पूरा हो रहा है। नायडू आज यहां ‘भारत स्मार्ट सिटी मिशन: अगले कदम’् पर आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
उन्होने बताया कि राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों और स्मार्ट सिटी मिशन में शीर्ष रैंकिंग वाले 20 शहरों तथा फास्ट ट्रैक प्रतिस्पर्धा में शिरकत कर रहे 23 शहरों के नगर निगम आयुक्तों की दिनभर चली कार्यशाला में भावी कदमों पर विचार.विमर्श किया गया।
इसी तरह आंध्र प्रदेश के कम जान-पहचाने शहर काकीनाडा ने रैंकिंग के मामले में साधन-सम्पन्न चेन्नई से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है। मुझे इसका कोई कारण नजर नहीं आता है कि शीर्ष 20 शहरों में खुद को शुमार करने के अपने सपने को साकार करने के मामले में बिहार के भागलपुरए झारखंड के रांची और उत्तराखंड के देहरादून एक बेहतरीन विजन एवं विश्वसनीय रणनीति पेश करने में कर्नाटक के बेलागावी से क्यों पीछे रह गये।
नायडू ने फास्ट ट्रैक प्रतिस्पर्धा में भाग ले रहे 23 शहरों जैसे कि वारंगल, चंडीगढ, लखनऊ, भागलपुर, देहरादून इत्यादि से 20 शहरों के प्रथम बैच के अनुभवों से सीख लेते हुए अपने-अपने प्रस्तावों को बेहतर बनाने का अनुरोध किया। शीर्ष 20 शहरों से अपने विशेष उद्देश्य को कार्यरत करके इस दिशा में आगे बढ़ने और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को लॉन्च करने की जरूरत है।
मंत्री ने कहा यह मायने नहीं रखता है कि किसी शहर की स्थिति फिलहाल क्या है, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि वह किस दिशा में जाना चाहता है और अपने शहर की अंतर्निहित खूबियों के आधार पर तैयार किये गये विजन और विश्वसनीय कार्य योजना के बल पर किस तरह वहां पहुंचने का इरादा रखता है।
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