कानपुर, 03 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली व कानपुर की बीच 72 घंटे के भीतर किसी भी ट्रेनको उड़ाने की धमकी मिलने पर जीआरपी व आरपीएफ महकमें में हड़कम्प मचा दी हैं। जिसके बाद कानपुर सेन्ट्रल पर सुरक्षा को बढ़ा दी है। जीआरपी पुलिस ने स्टेशन पर आने-जाने वाली सभी टेªेन में मौजूद पैसेंजर की संघन चेंकिग शुरु कर दी।
शनिवार को पठानकोट में आंतकी हमले के बाद शहर की पुलिस एलर्ट थी। लेकिन रेलवे बोर्ड को दिल्ली-कानपुर शताब्दी एक्सप्रेस में बम होने को लेकर एक ई-मेल मेल मिला था। यह जानकारी आते ही आग की तरह दिल्ली व कानपुर शहर में फैल गयी। धमाके के एलर्ट जारी होने पर दिल्ली से लखनऊ जा रही शाताब्दी एक्सप्रेस को गाजियाबाद में ही रोक लिया गया। कानपुर जीआरपी, आरपीएफ पुलिस को मिलते ही विभाग में हड़कम्प मच गया।
जीआरपी इंस्पेक्टर नन्द यादव ने फौरन स्टेशन पर आने जाने वाली ट्रेनों को रोक सघन चेंकिग कराए जाने के निर्देश दिये। जीआरपी पुलिस ने सेन्ट्रल पर खड़ी व आने-जाने वाली सभी ट्रेनों के पैंसेजर के सामान को चेकिंग की, लेकिन कुछ भी नहीं हाथ लग सका। जबकि दिल्ली से लेकर कानपुर के बीच मौजूद छोटे से छोटे बड़े स्टेशनों पर सघन चेंकिग की गयी। लेकिन कुछ भी नहीं मिला।
सभी स्टेशन से हरी झंडी मिलने पर शताब्दी समेत 9 ट्रेनों को पुनः गंतव्य स्थान के लिए रवान किया गया।
जीआरपी कानपुर ने बताया कि उन्हें भी सूचना मिली कि कानपुर और दिल्ली के बीच ट्रेन को बम से उड़ा दिया जाएगा। इसको देखते हुए कानपुर सेंट्रल के हर प्लेटफॉर्म पर चेकिंग की गई है। उन्होंने बताया कि कानपुर सेंट्रल पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक होता है, क्योंकि दिल्ली और हावड़ा के बीच पडने वाला ये प्रमुख स्टेशनों में से एक है। यहां रोजाना एक लाख से भी ज्यादा पब्लिक अप डाउन करते हैं। इसलिए खास सतर्कता बरती जा रही है।
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