नई दिल्ली, 16 मार्च (जनसमा)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दिल्ली में पिछले एक साल में तेजी से विस्तार किया है और 118 नई शाखाएं शुरू की गईं हैं। 2015 -16 में शाखाएं 1780 से बढ़कर के 1898 होगई है। यह किसी भी एक वर्ष की सबसे अच्छी वृद्धि मानी जाएगी।
याद रहे कि 2010 से संघ शाखाओं की वृद्धि का अभियान शुरु किया गया था। उस समय दिल्ली में 1400 शाखाएं थीं, जो बढ़कर वर्तमान में 1898 शाखाएं होगई हैं।
फाइल फोटो: संघ की एक शाखा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रान्त के सह संघचालक आलोक कुमार, कार्यवाह, दिल्ली प्रान्त भारत भूषण एवं प्रचार प्रमुख, दिल्ली प्रान्त राजीव तुली ने पत्रकारों को यह जानकारी मंगलवार को दी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 11 से 13 मार्च को नागौर, राजस्थान में संपन्न हुई थी। उस बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किये गए थे:
1 . प्रभावी स्वास्थ्य रक्षा एवं सस्ती व सुलभ चिकित्सा की आवश्यकता
2 . गुणवत्तापूर्ण एवं सस्ती शिक्षा सबको सुलभ हो एवं
3 . दैनन्दिन जीवन में समरसतापूर्ण व्यवहार
प्रतिनिधि सभा में आलोक कुमार ने दिल्ली प्रान्त का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि दिल्ली के 265 सेवा बस्तियां यानी स्लम एवं जे. जे. क्लस्टर्स में संघ, सेवा भारती एवं अन्य सहयोगी संगठनों के 1100 सेवा कार्य चल रहे हैं। दिल्ली में वनवासी बंधुओं (ट्राइबल्स) के लिए सेवा धाम स्थित विद्यालय काम कर रहा है एवं वनवासी कल्याण आश्रम एक छात्रावास भी चला रहा है।
इसके अलावा दिल्ली में स्ट्रीट चिल्ड्रन के लिए शिक्षण का काम किया जारहा है। एबन्डन चिल्ड्रन्स को गोद लेने के लिए मातृछाया के दो केन्द्र भी कार्य कर रहेहैं।
इस साल चयनित युवा कार्यकर्ता जिनकी आयु 15-40 वर्ष के मध्य है, संघ का शिक्षण कराते हैं। ऐसे कार्यकर्ताओं की संख्या 2812 है, जो अपना खर्चा करके एवं अपना गणवेष बनाकर शिक्षण प्राप्त करते हैं।
संघ के द्वारा दिल्ली में 40 आई.टी. मिलन केन्द्र चलते हैं, जिसमें इंजीनियर्स तथा विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल भाग लेते हैं।
ज्वाइन आर.एस.एस के माध्यम से लगभग 8 हजार बंधुओं ने संघ से जुड़ने का आग्रह किया है।
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