दिल्ली में शीतलहर बनी हुई है और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के आयानगर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, लगातार दूसरे दिन, सफदरजंग में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस और दिल्ली रिज में 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम कार्यालय ने कहा ‘गुरुवार को, दिल्ली में तीन डिग्री सेल्सियस का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो जनवरी में दो साल में सबसे कम था, जिससे यह कई हिल स्टेशनों से ठंडा हो गया।’
मौसम का असर रेल यातायात पर भी हो रहा है और हवाई उडानों में भी देरी हो रही है। कोहरे के कारण कम से कम 26 ट्रेनें एक से 10 घंटे की देरी से चल रही हैं।
नई दिल्ली हवाईअड्डे की लाइव उड़ान सूचना में कहा गया है, “एयर इंडिया, मेलबर्न जाने वाली उड़ान में लगभग 2:25 घंटे की देरी हुई।”
दिल्ली में शीतलहर के कारण दुबई,जेद्दा,काठमांडू,वारसॉ, इस्तांबुल जाने वाली उड़नों का समय बदला गया और वे विलंब से गईं। जानकारी के मुताबिक, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचने वाली कुछ फ्लाइट्स ने भी देरी की सूचना दी।
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट ने सभी यात्रियों के लिए फॉग अलर्ट जारी किया था। अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पर लो विजिबिलिटी थी।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास स्थित पालम वेधशाला में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता स्तर 200 मीटर दर्ज किया गया।
आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में ठंड के मौसम से कुछ राहत मिलेगी, जिसके 7 जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
मैदानी इलाकों में, यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या उससे कम होता है और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होता है, तो मौसम विभाग शीत लहर की घोषणा करता है।
भीषण शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।
एक “ठंडा दिन” तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है। अत्यधिक ठंडा दिन तब होता है जब अधिकतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस या सामान्य से कम होता है।