उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को दिल्ली के टीकाकरण (वैक्सीनेशन) प्रक्रिया पर एक रिव्यु मीटिंग की जिसमें ये निर्णय लिया गया कि 45+ आयुवर्ग के लोग अब बिना रजिस्ट्रेशन करवाए सीधे वैक्सीनेशन केंद्रों पर जाकर टीका लगवा पाएंगे, वैक्सीनेशन केंद्रों पर ही उनका रेजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
बैठक में ये निर्णय भी लिया गया कि वैक्सीनेशन केंद्रों को अस्पतालों से शिफ्ट कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में खोला जाएगा।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 18 से 45 आयुवर्ग के लोगों के लिए 3 मई से वैक्सीनेशन केंद्रों की शुरुआत की गई थी। इसके बेहतर परिणामों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 45+ आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन केंद्र सरकारी स्कूलों में शिफ्ट करने का निर्णय लिया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए वैक्सीन सेंटरों को सरकारी स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही सेंटरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस उम्र वर्ग के काफी लोग वैक्सीन के लिए स्वयं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे है इसलिए इस वर्ग के सभी लोगों को वॉक-इन वैक्सीनेशन की सुविधा दी जाएगी जहां वैक्सीनेशन सेंटर पर ही उनका रेजिस्ट्रेशन किया जाएगा और वैक्सीन लगाई जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार बहुत जल्द ही वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या बढ़ाने वाली है। दिल्ली के हर हिस्से में वैक्सीन केंद्रों और वैक्सीन का सामान वितरण होगा ताकि कम समय में ज़्यादा नागरिकों को वैक्सीन लगाई जा सके। उन्होंने बताया कि इन सभी केंद्रों पर सप्ताह में 6 दिन वैक्सीन लगाई जाएगी।
रविवार को वैक्सीन केंद्र बंद रहेंगे।
बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री ने साझा किया कि यदि दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति होती रही तो प्रतिदिन दिल्ली में 3 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी इनमें 1.5 लाख वैक्सीन 18-45 और 1.5 लाख वैक्सीन 45+ आयु वर्ग के लोगों को लगाई जाएगी।
उन्होंने जानकारी दी कि दिल्ली में 45+ आयुवर्ग के 57 लाख नागरिक है जिनमें अबतक 22 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली के वैक्सीन की मांग को जल्दी पूरा किया जाए ताकि सभी दिल्लीवासियों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाई जा सके।
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