दिवगंत सुधीर तैलंग हर दिल अजीज और भारतीय व्यंग्य कला के जादूगर थे

नई दिल्लीए 8 फरवरी (जनसमा)। मशहूर कार्टूनिस्ट दिवंगत सुधीर तैलंग को मयूर विहार फेज-टू के आर्य समाज मंदिर में एक श्रद्धांजलि सभा में अनेक राजनीतिज्ञों, मित्रों, सहकर्मियों और प्रशंसकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उन्हें भरतीय कार्टून कला का जादूगर और बेहतरीन इंसान बताया।

श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में कला,साहित्य, पत्रकारिता एवं राजनीति आदि क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने भाग लिया।

प्रार्थना सभा में सासंद तरुण विजय, सुप्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, दिल्ली के पूर्व मंत्राी रमाकांत गोस्वामी, हेयरस्टाइलिस्ट जावेद हबीब, वृत फिल्म निर्माता निदेशक लेखक बृजेंद्र रेही सहित पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़ी अनेक हस्तियां मौजूद थी।

वक्ताओं ने स्वर्गीय तैलंग को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे एक श्रेष्ठ कलाकार, नेक दिल और हर दिल अजीज इंसान थे। वे भारतीय व्यंग्य कला के ऐसे जादूगर एवं सिद्धहस्त कार्टूनिस्ट थे, जिन्हें दिवंगत कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण के बाद सबसे अधिक लोकप्रियता मिली। उनके कार्टून्स को देश-विदेश में सभी ने बहुत सराहा । उनके चुटीले व्यग्यों ने हर चेहरे पर मुस्कान फैलायी।

संसद सदस्य तरुण विजय ने कहा कि स्वर्गीय तैलंग सशक्त व्यंग्य करने वाले कार्टूनिस्ट थे। उन्होने जीवन के अंतिम समय तक अपनी तूलिका के सटीक व्यग्यों से एक ओर जहां मुस्कान फैलायी वहीं दूसरी और व्यवस्थाओं को भी झकझोरा। बावजूद इसके हर क्षेत्र के लोग उन्हें बहुत प्यार एवं सम्मान देते थे। उन्होंने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं और मर्यादाओं को सदैव सम्मान दिया। वे निर्मल हृदय और स्पष्ट दृष्टि वाले अजातशत्राु थे।