दिव्यांगों के लिए छत्तीसगढ के पहले क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र का होगा शुभारंभ

रायपुर, 24 जून (जनसमा)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलौत कल 25 जून को राजनांदगांव में दिव्यांगों के लिये छत्तीसगढ के पहले क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र का शुभारंभ करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांगों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिये क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र, कंपोजिट रिहेबिलिटेशन सेंटर प्रारंभ किया जा रहा है।

यह केंद्र दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित होगा। यह देश का 11 वां कंपोजिट रिहेबिलिटेशन सेंटर होगा। देशभर में वर्तमान में 10 केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इसका लाभ पूरे प्रदेश के दिव्यांगों को मिलेगा।  क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (कंपोजिट रिहेबिलिटेशन सेन्टर) में दिव्यांगोें के लिये कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण, अनुसंधान एवं निःशक्तों के कल्याण के लिए जनजागरूकता का कार्य होगा। यहां चिकित्सीय सुविधा के साथ-साथ शिक्षा, दीक्षा एवं पुनर्वास की व्यवस्था होगी। यहां दिव्यांगों के उपचार एवं कृत्रिम अंग उपकरण तैयार करने विशेषज्ञों की टीम उपलब्ध रहेगी।

क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र में श्रवण बाधित दिव्यांगों के लिए श्रवण परीक्षण, मूल्यांकन तथा श्रवण यंत्र का निर्धारण किया जायेगा। अस्थि बाधित दिव्यांगों के लिए कैलिपर का निर्माण, बैसाखी एवं ट्रायसिकल का चयन तथा घुटने तथा हड्डी में दर्द निवारण के लिए फिजियोथैरेपी की सुविधा होगी। इस केन्द्र में कटे हाथ पैर वाले व्यक्तियों के लिए कृत्रिम अंग का निर्माण किया जायेगा।

कंपोजिट रिसोर्स सेंटर में दिव्यांग जिन्हें बोलने में तकलीफ होती है, उन्हें स्पीच थैरेपी से बोलना सिखाया जाएगा। दृष्टिबाधितों को सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलना सिखाया जाएगा। मानसिक रूप से निःशक्त लोगों को साइकोलॉजिकल उपचार किया जाएगा। सीआरसी में चिकित्सा सुविधा देने के साथ ही निःशक्तता के आधार पर रोजगार की व्यवस्था भी की जाएगी। परीक्षण के दौरान देखा जाएगा कि किस दिव्यांग के लिये कौन सा रोजगार बेहतर होगा।