दुबई स्मार्ट सिटी कम्पनी ने जयपुर के विकास में दिखाई रुचि

जयपुर, 18 जुलाई (जनसमा)। दुबई स्मार्ट सिटी कम्पनी ने जयपुर में नॉलेज सेक्टर की कम्पनियों के लिए स्मार्ट प्लग एण्ड प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने तथा राज्य सरकार की स्मार्ट सिटी से जुड़ी योजनाओं में सहयोग करने में रुचि दिखाई है। इस सम्बन्ध में दुबई स्मार्ट सिटी की एक टीम जल्द ही जयपुर के दौरे पर भी आयेगी। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने रविवार को दुबई स्मार्ट सिटी के डॉ. बैजू जॉर्ज एवं उनकी टीम से मुलाकात कर राजस्थान में स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया।

उल्लेखनीय है कि दुबई स्मार्ट सिटी, दुबई होल्डिंग्स की सहयोगी कम्पनी है, जो दुबई के अलावा कोच्चि (केरल), दक्षिण कोरिया, नाइजीरिया एवं माल्टा में स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर काम कर रही है। वसुन्धरा राजे ने रविवार सुबह द एमिरेट्स ग्रुप के चेयरमैन एवं सीईओ, दुबई वर्ल्ड के चेयरमैन तथा नागरिक उड्डयन विभाग के अध्यक्ष शेख अहमद बिन सईद अल मक्तूम से मुलाकात की। एक घंटे तक चली इस मुलाकात में एमिरेट्स ग्रुप के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री को राजस्थान से दुबई की एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने और प्रदेश में अन्दरूनी एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने में आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया।

राजे ने रविवार को केरल के यूसुफ अली के स्वामित्व वाले दुबई स्थित लूलू हाइपर मार्केट का अवलोकन किया। यह मल्टी ब्राण्ड रिटेल आउटलेट अपनी विस्तृत खाद्य उत्पादों की श्रृंखला के लिए प्रसिद्ध है। इनमें ताजा, प्रोसेस्ड, ग्लूटेन फ्री तथा ऑर्गेनिक उत्पादों के अलग सेक्शन भी शामिल हैं। लूलू हाइपर मार्केट का एक स्टोर कोच्चि में भी शुरू किया गया है। यह महसूस किया जा रहा है कि उच्च खाद्य सुरक्षा मापदण्डों, विस्तृत रेंज और प्रतिस्पर्धी कीमतों के चलते ऎसे स्टोर राजस्थान के उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों के हित में रहेंगे। इससे राजस्थान में ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों के उत्पादन एवं प्रमाणीकरण को बढ़ावा मिलेगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने शनिवार शाम को दुबई के होटल ताज में इण्डियन बिजनस एण्ड प्रोफेशनल काउन्सिल (आई.बी.पी.सी.) की ओर से आयोजित रिसेप्शन में कहा कि यूएई में जिस तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं प्रबंधन है, उससे राजस्थान काफी कुछ सीख सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यूएई की उनकी यात्रा के दौरान पर्यटन विशेषकर मेडिकल टूरिज्म, हैरिटेज कन्जर्वेशन, रीजनल एयर कनेक्टिविटी, वन्यजीव संरक्षण एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट जैसे विषयों पर हुई वार्ता के सार्थक परिणाम सामने आयेंगे।