हरिद्वार, 19 जून | देवसंस्कृति विश्वविद्यालय भारत का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसे यूरोपीय समूह का स्कॉलरशिप प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि यह भारत को विश्वगुरु बनने का प्रथम चरण की शुरुआत भर है। आने वाले दिनों में विश्व के अनेक विश्वविद्यालय अपने छात्रों एवं शिक्षकों को भारत भेजकर भारतीय संस्कृति से रूबरू होंगे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय और पोलैंड की काजीमिरज विश्वविद्यालय के बीच पर्यटन और पुनरुत्थान पर हस्ताक्षर हुए थे, जिसके अंतर्गत यूरोपीय समूह के द्वारा इरास्मस योजना के तहत भागीदार देशों के साथ स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। इसके तहत देवसंस्कृति विवि के दो छात्रों, दो शिक्षकों तथा एक स्टाफ मेम्बर को पोलैंड में स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
डॉ. पण्ड्या ने बताया कि काजी विल्की विवि के एक शिक्षक तथा एक स्टाफ मेम्बर भारत में हरिद्वार स्थित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय का दौरा निकट भविष्य में करेंगे।
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