देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है महाशिवरात्रि

नई दिल्ली, 07 मार्च (जनसमा)। सोमवार को मनाई जा रही महाशिवरात्रि को लेकर देश के प्रमुख शिव मंदिरों में शिवभक्तों की भीड़ लगी है। देश के प्रमुख मंदिरों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज शिवरात्रि की पूजा हो रही है। शिव पूजा के लिए कल रात से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लग गई थीं।

फोटोः राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर नई दिल्ली में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। (आईएएनएस/आरबी)

महाशिवरात्रि प्रतिवर्ष फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मनाई जाती है। माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव ज्योतिर्लिग के रूप में अवतरित हुए थे। एक अन्य मान्यता यह भी इसी दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर देश के लोगों को शुभकामनाएं दी। मोदी ने ट्वीट किया, “सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।”

गुजरात के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर, मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, झारखंड के देवघर स्थित वैद्यनाथ धाम में रविवार देर रात से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई। मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा किए जा हर-हर महादेव, ओम नम: शिवाय, बम-बम भोले के घोष से वातावरण गुंज रहा है।

वहीं, गुजरात में 10 आतंकियों के घुसने का अलर्ट के बाद सोमनाथ में कड़ी सुरक्षा के बीच आज शिवरात्रि की पूजा हो रही है।वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर समेत देश भर के शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है। गौरतलब है कि खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान से गुजरात के रास्ते दिल्ली में दस संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों के घुसने की आशंका जाहिर की है।

श्रद्धालु धतूरे के फूल और फल, भांग की पत्तियों, बेल पत्र, अकवन और मंदार पुष्पों से शिव की विशेष पूजा-अर्चना कर रहे हैं। अनेक स्थानों पर विशाल भण्डारा और लंगर के आयोजन किए गए हैं। शिवालयों और मंदिरों विशेष रूप से सजाया गया है।

आज सभी शिव मंदिर रात और दिन लगातार खुली रहेंगी ताकि श्रद्धालु किसी भी समय शिव पूजा कर सकें। उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के कपाट 44 घंटे तक खुले रहेंगे।

इस अवसर पर अनेक मंदिरों में भव्य शिव-बारात और शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। अव्यवस्था और दुर्घटना से बचने के लिए संबंधित मंदिरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।