नई दिल्ली, 05 जनवरी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (आईआईएफसीएल) के स्थापना दिवस को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार नेशनल इन्वेस्टमेंट इंफ्रास्टक्चर फंड में निवेश के लिए कई वैश्विक संप्रभु और पेंशन फंड के साथ संपर्क में है।
वित्त मंत्री ने भरोसा जताया कि इन्फ्रास्ट्रक्चर के सामने आने वाली निवेश की दिक्कतों को सरकार दूर करेगी। देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे का इन्फ्रास्ट्रक्चर तेजी के साथ बढ़ रहा है। सरकार चार सौ रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण और छोटे हवाई अड्डों के प्रबंधन की अनुमति पर विचार कर रहा है।
जेटली ने कहा कि तेल की कीमतों में गिरावट से सरकार को हुई बचत को महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है और इसका असर दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने की सबसे ज्यादा जरूरत है। आर्थिक हालात बुरे होने की स्थिति में सरकार को आगे आना होगा।
जेटली ने कहा कि उनके मंत्रालय ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए एनआईआईएफ में भागीदार बनने के लिए अंतरराष्ट्रीय संप्रभु और पेंशन फंड की एक बड़ी संख्या के साथ संपर्क में है।
जेटली ने कहा कि जब बाजार के हालात ठीक होते हैं तो प्राइवेट सेक्टर लीडिंग रोल में होता है और जब हालात खराब होते हैं तो सरकारी या सार्वजनिक सेक्टर आगे आ जाता है। (हि.स.)
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