नई दिल्ली, 07 जनवरी । बैंकों की नई कैरियर प्रोन्नयन योजना (सीपीएस) के विरोध को लेकर शुक्रवार को देश के करीब तीन लाख चालीस हजार बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पांच सहयोगी बैंकों द्वारा अपने-अपने कर्मचारी संघों के साथ किए गए समझौते का उल्लंघन किए जाने के विरोध में ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के सदस्यों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया हैं।
गुरुवार को ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सीएच वेंकटाचलम ने कहा कि एसबीआई और इसके पांच सहयोगी बैंकों द्वारा में समान सेवा शर्त लागू की जाना उनके आपस में विलय किए जाने की दिशा में बढ़ता कदम है। सभी छह बैंकों की प्रौद्योगिकी, ब्रांडिंग और काम की प्रक्रिया पहले से ही समान कर ली गई है।
एसबीआई के पांच सहयोगी बैकों में स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर शामिल है।
ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन का कहना है कि उन्हें मजबूर होकर हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। शाखा कार्यालय बंद नहीं होंगे, लेकिन कर्मचारियों के काम पर जाने से सामान्य काम-काज प्रभावित होगा। हड़ताल का व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है, क्योंकि अगले दिन नौ जनवरी को साप्ताहिक छुट्टी भी है।
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