देश के पूर्वोत्तर, पड़ोसी इलाकों में भूकंप

अगरतला/आइजोल, 23 अगस्त| भारत-म्यांमार सीमा पर मंगलवार को 5.5 तीव्रता वाले भूकंप ने असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय सहित पूर्वोत्तर के कुछ अन्य हिस्सों को हिलाकर रख दिया। लेकिन किसी बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है। अगरतला में मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “मंगलवार सुबह 7.41 बजे 5.5 तीव्रता वाले भूकंप ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के कई राज्यों को हिला कर रख दिया।”

क्षेत्र के जिला मजिस्ट्रेटों से मिली रपटों के हवाले से आपदा प्रबंधन समन्वयक सरत दास ने आईएएनएस से कहा, “त्रिपुरा, मिजोरम, असम और पूर्वोत्तर के आसपास के इलाकों से किसी खास नुकसान की कोई सूचना नहीं है। म्यांमार से लगे असम और मिजोरम के हिस्सों में कुछ पुरानी इमारतों में दरारें आने की सूचना है।”

मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप के झटके भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और पड़ोस के म्यांमार और बांग्लादेश में महसूस किए गए।

भूकंप विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के पहाड़ी पूर्वोत्तर इलाके दुनिया के छठे प्रमुख भूकंप संभावित क्षेत्रों में से हैं।

पूर्वोत्तर इससे पहले भी बड़े भूकंप का सामना कर चुका है। साल 1897 में आए भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 8.2 मापी गई थी। इसका केंद्र शिलांग में स्थित था।

साल 1950 में असम में रिक्टर पैमाने पर मापे गए 8.7 तीव्रता वाले भूकंप ने विशाल ब्रह्मपुत्र नदी को अपना रास्ता बदलने पर मजबूर कर दिया था। सिक्किम में सितंबर 2011 में आए भूकंप से हिमालयी राज्य में भारी नुकसान हुआ था।

–आईएएनएस