नई दिल्ली, 24 जून | केंद्र सरकार ने देश के दस महत्वपूर्ण स्थानों का चयन कर प्रधानमंत्री के प्रमुख अभियान ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत उनकी साफ-सफाई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानको के तहत करवाने की योजना बनाई है और इसके लिए विश्व बैंक की मदद ली जाएगी। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सरकार ने कहा कि इसके अलावा वह स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के मसौदा तैयार कर रही है ताकि राष्ट्रीय पार्को और बाघ संरक्षित क्षेत्रों में सफाई और कूड़ा प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके।
गुरुवार को सैनिटेशन सचिव परमेश्वरन अय्यर ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।
जिन दस महत्वपूर्ण स्थलों की पहचान की गई है उनमें वैष्णों देवी, ताजमहल, मणिकार्णिका घाट, कामख्या मंदिर, अजमेर शरीफ दरगाह, मीनाक्षी अम्मान मंदिर, बालाजी मंदिर तिरुपति, स्वर्ण मंदिर (अमृतसर) और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई) शामिल हैं।
शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने यहां बताया, “हमने दस प्रमुख स्थलों का चयन किया है जिसकी सफाई के लिए विश्व बैंक से मदद ली जाएगी।”
वहीं, इस योजना के तहत जिन दस संरक्षित पार्को में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा, उनमें कोरिंगा वन्यजीव अभ्यारण्य (आंध्र प्रदेश), गिर वन्यजीव अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान (गुजरात), कान्हा टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश), तदोबा-अंधेरी टाइगर रिजर्व और फ्लेमिंगो सेंचुरी (महाराष्ट्र), नागरहोल टाइगर रिजर्व (कर्नाटक), पेरियार टाइगर रिजर्व (केरल), सरिस्का टाइगर रिजर्व (राजस्थान), मधुमलाई टाइगर रिजर्व (तमिलनाडु) और जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व (उत्तराखंड) शामिल है।
इन स्थानों का चयन वहां जाने वाले पर्यटकों की संख्या के आधार पर तय किया गया है। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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