नई दिल्ली, 23 जुलाई | हाल ही में डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन का खिताब अपने नाम करने वाले भारत के पहले पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने देश में मुक्केबाजी संघ गठित करने पर एक बार फिर जोर दिया है। यहां ‘ओलम्पिक एंड रोल ऑफ कारपोरेट इंडिया’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को पेशेवर मुक्केबाज ने ये बातें कहीं।
विजेंदर ने युवा मामले एवं खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल से गुहार लगाई कि देश में मुक्केबाजी संघ का जल्द से जल्द निर्माण हो।
भारत के पहले पेशेवर मुक्केबाज ने कहा, “मैं चाहूंगा कि भारत में जल्द से जल्द मुक्केबाजी संघ बने जो मुक्केबाजों के हक के लिए लड़ सके, ताकि मुक्केबाजों को जो परेशानी हो रही है, वह सुलझ सके और वे अच्छा प्रदर्शन कर पाएं।”
खेल मंत्री गोयल ने विजेंदर की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी नजर इस पर है। उन्होंने कहा, “यह बात ठीक है कि मुक्केबाजी संघ नहीं है। पर अभी हमारा सारा ध्यान रियो ओलम्पिक में गए मुक्केबाजों पर है। इसके लिए हमने एक तदर्थ समिति का गठन किया है, ताकि उनकी तैयारी में और उनकी रियो की यात्रा में किसी तरह की कमी न आए।”
उन्होंने कहा, “आप जानते हैं खेल संघों के अंदर इस तरह की समस्याएं आती हैं। पर मुझे यह कहते हुए बड़ी प्रसन्नता है कि अगर मैं पांच-छह संघों को छोड़ दूं तो हमें बाकी संघों में इस तरह की समस्याएं नहीं आ रही हैं।”
विजेंदर को उम्मीद है कि खेल मंत्री निश्चित ही इस मसले को गंभीरता से लेंगे और संघ को बनाने में मदद करेंगे।
विजेंदर ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि मुक्केबाजी संघ के गठन में वह निश्चित ही कुछ करेंगे और जल्द ही देश का अपना मुक्केबाजी संघ होगा। मैं कई दिनों से मीडिया के माध्यम से यह मुद्दा उठा रहा हूं। कोई न कोई सुनेगा और संघ एक दिन अस्तित्व में आएगी।”
ब्राजीलियाई महानगर रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में भारत के तीन मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत को बीजिंग ओलम्पिक-2008 में मुक्केबाजी में कांस्य पदक दिलाने वाले इस पेशेवर मुक्केबाज ने उम्मीद जताई है कि खिलाड़ी वहां से पदक लेकर लौटेंगे।
विजेंदर ने कहा, “उम्मीद अच्छी है। वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे और निश्चित ही पदक के साथ लौट कर आएंगे।”
विजेंदर ने कहा कि वह जल्द ही दोबारा रिंग में उतरेंगे और जिससे भी उनका मुकाबला होगा वह उसके लिए तैयार हैं। विजेंदर ने किसी विशेष मुक्केबाज को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं बताया है।
उन्होंने कहा, “मेरी नजर में ऐसा कोई विशेष मुक्केबाज नहीं है जिससे में लड़ना चाहूं। जो भी मेरे रास्ते में आएगा मैं उसके साथ मुकाबला करने को तैयार हूं। मैं चाहूंगा की मैं दोबारा जल्द ही रिंग में जाऊं और एक और मुकाबला खेल खिताब अपने नाम करूं।”
अपने घर में पहला पेशेवर मुकाबला खेलने पर विजेंदर ने कहा कि यह भारत के लिए अच्छी चीज और इससे खेल को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा, “यह भारत के लिए नई तरह की चीज थी। काफी लोग मेरा मुकाबला देखने आए थे। स्टेडियम खचाखच भरा था। मैं इस खिताब के बाद प्रो मुक्केबाजी में शीर्ष 15 में आ गया हूं। यह मेरे लिए शानदार पल था। लोगों ने भी इसे सराहा।”
पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश मुक्केबाज आमिर खान ने विजेंदर के खिताब जीतने पर उन्हें बधाई के साथ-साथ चुनौती भी दी थी। उन्होंने विजेंदर का करियर तबाह करने की बात कही थी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विजेंदर ने कहा, “यह मुमकिन नहीं है। वह लोअर मिडिलवेट भारवर्ग में खेलते हैं और मैं सुपर मिडिलवेट भारवर्ग में। मैं उनके बार में कुछ कहूं इसका कोई मतलब नहीं है।”
विजेंदर ने देशवासियों से अपील की है कि वह भी अगले माह से ब्राजील में शुरू होने वाले रियो ओलम्पिक-2016 में जाने वाले भारतीय दल के अच्छे प्रदर्शन के लिए दुआएं करें।
उन्होंने कहा, “खिलाड़ियों ने रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करके अपना काम कर दिया है। अब आपको अपना फर्ज निभाते हुए उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए दुआएं करनी हैं।”
विजेंदर ने आस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराते हुए डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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