इंदौर, 23 अक्टूबर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्रालय की बदलती भूमिका का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि उनका विभाग सिर्फ कूटनीति की जिम्मेदारी नहीं निभा रहा, बल्कि घरेलू विकास में भी अब भूमिका निभा रहा है, और यही कारण है कि देश में बीते साल से विदेशी पूंजी निवेश में 53 फीसदी की वृद्धि हुई है। सुषमा यहां आयोजित दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन (ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट) के समापन मौके पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा, “यह पहला मौका है जब देश के विदेश मंत्रालय ने घरेलू विकास का बीड़ा उठाया है। इससे पहले कभी भी विदेश मंत्रालय की प्राथमिकता में घरेलू विकास नहीं रहा। वह सिर्फ कूटनीति का मंत्रालय हुआ करता था, लेकिन आज हम कूटनीति भी कर रहे हैं, बाहर संकट में फंसे भारतीयों की सुरक्षा भी कर रहे हैं और देश के विकास के लिए पूंजी निवेश भी आमंत्रित कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “देश में पिछले साल के मुकाबले 53 फीसदी विदेशी पूंजी निवेश बढ़ा है। यह पूंजी राज्यों में आ रही है, यह पूंजी राज्यों में आए इसके लिए विदेश मंत्रालय में डिवीजन भी बनाया गया है, जिसे स्टेट डिवीजन नाम दिया गया है। इसका जिम्मा संयुक्त सचिव के अधिकारी को सौंपा गया है। ये अधिकारी राज्यों को प्रेरणा देने के साथ उनकी मदद भी करते हैं।”
सुषमा ने इस मौके पर निवेशकों का आह्वान किया कि वे मध्य प्रदेश में निवेश करें। उन्होंने कहा कि उनका “संसदीय क्षेत्र विदिशा भी इसी राज्य में आता है, जो निवेशक यहां आएगा उसे विशेष सुविधा मिलेगी। दूसरे राज्य में आने वाले निवेशक को मदद मंत्रालय करता है, विदिशा आने पर विदेश मंत्री मदद करेगा और मुख्यमंत्री चौहान का विधानसभा क्षेत्र बुदनी भी इसी संसदीय क्षेत्र में आता है, इस लिहाज से उसे तिहरी मदद मिलेगी।”
–आईएएनएस
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