नई दिल्ली, 22 जुलाई | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को गुजरात के दलित पीड़ितों से मुलाकात की और राज्य सरकार पर इस मामले में उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने गुजरात के उना स्थित सिविल अस्पताल में चार पीड़ितों से मुलाकात के बाद कहा, “दोषियों को इस कदर सजा दी जानी चाहिए कि उनकी रूह कांप जाए।”
गुजरात सरकार को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि ‘ऊपर के आदेश’ पर प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “उनकी (दलितों) सरेआम पिटाई की गई। यदि ऐसी घटना प्रशासन की मौजूदगी में होती है तो इसका साफ अर्थ है कि दोषियों को ऊपरी ताकत से समर्थन प्राप्त था। इससे पूरे मामले में सरकार की संलिप्तता का पता चलता है।”
उन्होंने कहा, “गुजरात सरकार दलित विरोधी है।”
उना के मोटा समढियाला गांव में एक तथाकथित गौ संरक्षण सतर्कता समूह के सदस्यों ने मृत गाय की कथित तौर पर खाल उतारने को लेकर चार दलितों की सरेआम पिटाई कर दी थी। दलितों की पिटाई का वीडियो 11 जुलाई को सामने आया था, जिसके बाद से यहां दलित समुदाय में रोष है।
केजरीवाल ने अपने गुजरात दौरे से पहले गुरुवार को कहा था कि राज्य में ‘उत्पीड़न’ का माहौल है और समुदायों को डरा-धमकाकर रखा गया है।
उन्होंने एक वीडियो संदेश में सभी से ‘एकजुट’ होकर ‘उत्पीड़न’ के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुरुवार को उना जिले में पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की थी। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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