नोएडा, 4 जुलाई| गायक अदनान सामी ने कहा है कि संगीतकार अपने धर्म से ऊपर उठकर शांति का संदेश देते हैं । सामी ने कहा कि अगर उन्हें हिंसा के जरिए शांत किया जा रहा है, तो यह हालात की ‘छिन्न-भिन्न हो चुकी स्थिति’ के प्रति सचेत होने का समय है। सामी ने फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ की कव्वाली ‘भर दो झोली’ को अपनी मधुर आवाज से सजाया था। यह कव्वाली मूल रूप से दिवंगत गुलाम फरीद साबरी और मकबूल अहमद साबरी ने गाई थी।
हाल ही में पाकिस्तान के कराची में अज्ञात हमलावरों ने गुलाम फरीद साबरी के बेटे अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना पर सामी ने कहा, “यह एक बेहद त्रासद घटना है। संगीतकार चाहे किसी भी स्थान से ताल्लुक रखते हों, वे शांति के दूत होते हैं। जब शांति के दूतों को चुप कराना शुरू कर दिया जाए, तो मुझे लगता है कि सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि अब समस्या बिल्कुल सामने आ गई है।”
पाकिस्तानी मूल के गायक ने कहा, “यह मामलों की छिन्न-भिन्न अवस्था है।”
सामी शनिवार को यहां ‘मिर्ची लाइव इन कंसर्ट विद अदनान सामी’ के लिए आए थे।
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