शिमला, 03 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने, विशेषकर राज्य के सीमांत क्षेत्रों में अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि युवा नशे का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा स्वस्थ समाज के स्तम्भ हैं और रचनात्मक गतिवधियों में इनकी ऊर्जा का सदुपयोग करना समय की आवश्यकता है ताकि वे समाज के कल्याण में अपना योगदान दे सकें। मुख्यमंत्री आज कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के जसूर में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दवा विक्रेताओं को चिकित्सकों के परामर्श के बिना दवाइयों को न बेचने के लिये आगाह किया और सम्बन्धित अधिकारियों को इस प्रकार की नशीली दवाइयों की बिक्री पर कड़ी निगरानी रखने व दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कांगड़ा जिले के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान जिले में 8842 हैंडपंपों की स्थापना की गई है तथा नूरपुर में 205 करोड़ रुपये की फिना सिंह सिंचाई योजना और इंदौरा में 180 करोड़ रुपये की छौंछ खड्ड तटीकरण सहित 62 सिंचाई योजनाओं के कार्य प्रगति पर है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जिले में 66450 व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है, जिस पर पिछले तीन वर्षों के दौरान 43.55 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिला के कंदरौड़ी तथा ऊना जिला के पंडोगा में क्रमशः 95.77 करोड़ व 88.05 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से आधुनिक औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने चरूड़ी में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य चिकित्सा केन्द्र व नुरपूर में नशा पुनर्वास केन्द्र की स्थापना सहित नागरिक अस्पताल नूरपुर को 135 बिस्तरों का अस्पताल स्तरोन्नत करने की घोषणाएं की। उन्होंने नूरपुर में स्टेडियम का निर्माण, सुलियाणी में लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह, नुरपूर में बस अड्डा व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का उप-मंडल खोलने की घोषणाएं की।
उन्होंने ग्राम पंचायत बडुईं में बडुई-कुटियां सम्पर्क सड़क निर्माण, थेड़ में कुखैड़ से गुरचाल तक सम्पर्क सड़क का निर्माण, ग्राम पंचायत अनोहा में गंगथ से तरियार अनोह गांव तक सम्पर्क सड़क, ग्राम पंचायत हाटली-जमवाला में कमलैहड़ से मरडियालहर सम्पर्क सड़क, धत्ता गांव को सम्पर्क सड़क और रीत से कुरसान बेहड़ी गांव तक संपर्क सड़कों के निर्माण की घोषणाएं की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुखर में विज्ञान और वाणिज्य की कक्षाएं और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला औंध व अप्पर खनी में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने की भी घोषणा की।
वीरभद्र सिंह ने जसूर में सामुदायिक केन्द्र के लिए 10 लाख रुपये तथा कमनालाह में पंचायत घर के निर्माण के लिए तीन लाख रुपये की घोषणाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने राजकीय उच्च पाठशाला जाच्छ, घेही लंगोर और कोपरा, राजकीय माध्यमिक पाठशाला फत्तु का बाग, सूत्राहर और टिक्का नगरोटा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला बधूही खास, ग्राम पंचायत मिंजग्रां में भोल ठकरियां, ग्राम पंचायत बरांदा में राजकीय प्राथमिक पाठशाला बलखौर के स्तरोन्नयन की घोषणाओं के अतिरिक्त, पक्का टियाला स्थित हरिजन बस्ती में नई प्राथमिक पाठशाला खोलने की भी घोषणाएं की।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पंजाब सीमा तक 37.50 करोड़ रुपये की नूरपुर-सांझी नाला-लाहारू-तुन्नू-हाटी सड़क के सुधार एवं स्तरोन्यन परियोजना की आधारशिला रखी तथा कार्य को एक वर्ष के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
वीरभद्र सिंह ने शहीद जोगिन्द्रनगर सड़क में हरड़ खड्ड पर हिंदौरा घराट-हटली जम्बाला-भनोडू वाया पचान सड़क 1.88 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुल का लोकार्पण किया। उन्होंने 3.30 करोड़ रुपये की लागत से मेहता गुराह होते हुए चरूड़ी से घेटा सड़क को विकसित करने की आधारशिला भी रखी।
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