मंगल पर रोवर (Mars Perseverance Rover) : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा भेजा गया रोवर अमरीका के समय के अनुसार 18 फरवरी, 2021 को दोपहर 3ः55 बजे (ईएसटी) मंगल पर सफलतापूर्वक पर उतार दिया गया।
उस समय भारत में 19 फरवरी को सुबह के लगभग 6 बज रहे थे।
मानव इतिहास की इस महान् घटना के दौरान रोवर के मंगल पर लैंडिंग से पहले के 7 मिनट काफी तनावपूर्ण रहे।
रोवर की मंगल तक की 300 मिलियन मील की यह यात्रा 203 दिनों में पूरी हुई और दुनियाभर में इसका जोरदार स्वागत किया गया और नासा के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
अमरीका के समय के अनुसार 18 फरवरी को ईएसटी रोवर दोपहर 3ः55 बजे मंगल पर उतरा। अपने सिस्टम की जांच में कुछ समय बिताने के बाद यह लाल ग्रह के चारों ओर घूम रहा है। यह वहां मार्टियन जीवन के संकेतों की तलाश करेगा।
रोवर द्वारा इंजीनियरिंग कैमरे से भेजी गई मंगल के सतह की इमेज: सौजन्य नासा
कभी यह कल्पना से परे था कि कभी सबसे बड़ा, सबसे भारी, सबसे साफ और सबसे परिष्कृत छह पहियों वाला रोबोट रोवर कभी अंतरिक्ष में लॉन्च किया जा सकता है।
मंगल पर रोवर वहां प्राचीन जीवन के संकेतों के लिए जेज़ेरो क्रेटर की खोज करेगा और मंगल की मिट्टी के नमूने एकत्र करेगा और अंततः पृथ्वी पर वापस आ जाएगा।
Credit : All images from Space TV/ NASA
नासा के कार्यवाहक प्रमुख स्टीव जुरज़ीक ने घोषणा करते हुए नासा के वैज्ञानिको को उनकी सफलता के लिए बधाई दी।
नासा के कार्यवाहक प्रशासक स्टीव जुरासिकए जिन्होंने 1988 से नासा की सेवा की है और हाल ही में बिडेन प्रशासन के तहत पुनः नियुक्त किया गया था।
उन्होंने कहा कि लैंडिंग के बाद मुझे अमेरिकी राष्ट्रपति का फोन आया जिन्होंने इस बारे में बात की और कहा कि नासा और उसकी टीम ने जो हासिल किया है वह गर्व की बात है।
Congratulations to NASA and everyone whose hard work made Perseverance’s historic landing possible. Today proved once again that with the power of science and American ingenuity, nothing is beyond the realm of possibility. pic.twitter.com/NzSxW6nw4k
— President Biden (@POTUS) February 18, 2021