नई दिल्ली, 17 अप्रैल| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा/आरएसएस मुक्त भारत का आह्वान किया है, और उनके इस आह्वान पर भाजपा ने रविवार को उनपर जोरदार हमला किया है और कहा है कि जनता दल (युनाइटेड) के नेता दिवास्वप्न देख रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने आईएएनएस से कहा, “नीतीश कुमार की विश्वसनीयता क्या है, जो वह भाजपा-मुक्त भारत का आह्वान कर रहे हैं, जब वह खुद 17 साल तक ‘भाजपा-युक्त’ रहे हैं?”
हुसैन ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी के नेता की ओर से इस तरह का बयान सुर्खियों में आने के लिए और हताशा भरा है।
उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार का जद(यू) एक क्षेत्रीय पार्टी है, जिसने बिहार तक की सभी सीटों पर कभी चुनाव नहीं लड़ा।”
हुसैन ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का सपना देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, “यह उनका सपना है, लेकिन यह सपना साकार नहीं हो पाएगा। जनता दल बिहार में भी एकजुट नहीं है। इसलिए नीतीश कुमार को इस तरह के बयान देने से पहले पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा कर लेना चाहिए।”
नीतीश कुमार ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की अपील की थी।
नीतीश ने कहा था, “जो भी संगठन भाजपा/आरएसएस की सांप्रदायिक राजनीति से इत्तेफाक नहीं रखते, उन्हें लोकतंत्र को बचाने के लिए एक छतरी के नीचे आना होगा।”
उन्होंने अनुमान जाहिर किया कि देश द्विध्रुवीय राजनीति की तरफ बढ़ रहा है, जहां भाजपा-आरएसएसएक तरफ और बाकी दूसरी तरफ होंगे।
नीतीश की टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को भी नागवार गुजरी है।
आरएसएस के नेता राकेश सिन्हा ने रविवार को कहा, “आरएसएस भारत की आत्मा है। वे भारत को उसकी आत्मा से कैसे अलग कर सकते हैं?” (आईएएनएस)
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