शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कहा कि पहलवानों को न्याय की तलाश में सड़क पर उतरते देख ‘दर्द होता है”
नई दिल्ली, 28 अप्रैल। शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ी ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को विरोध करने वाले पहलवानों को अपना समर्थन दिया और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों से “त्वरित कार्रवाई” की मांग की।
पहलवानों को अब देश के केवल दो व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेताओं का समर्थन मिला है, 2008 के बीजिंग खेलों के शूटिंग चैंपियन अभिनव बिंद्रा ने भी हाल ही में पहलवानों को अपना समर्थन दिया है।
पहलवानों का समर्थन करने वाले क्रिकेट के दिग्गज कपिल देव और छह बार के शीतकालीन ओलंपियन शिव केशवन भी हैं।
एक ट्वीट में नीरज चोपड़ा ने कहा “हमारे एथलीटों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है। उन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है।’
उन्होंने कहा “जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए। यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए। न्याय सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।”
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोप लगे हैं।
पहलवान, जिनमें बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट में ओलंपिक, राष्ट्रमंडल और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता शामिल हैं, पिछले सप्ताहांत से राष्ट्रीय राजधानी के बीचोबीच जंतर-मंतर पर बैठे हैं।
बिंद्रा ने ट्वीट किया था, “एथलीट के रूप में, हम अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं। यह देखना बहुत ही दुखद है कि भारतीय कुश्ती प्रशासन में उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ हमारे एथलीटों को सड़कों पर विरोध करना जरूरी लग रहा है।”
नीरज चोपड़ा, जो वर्तमान में अंताल्या, तुर्की में प्रशिक्षण ले रहे हैं और 6 मई को दोहा डायमंड लीग में उनका सीज़न-ओपनिंग इवेंट है, इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने के बाद से सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ हो रही है।
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने वाली सात पहलवानों की याचिका पर उच्चतम न्यायालय शुक्रवार को सुनवाई करेगा।
SC ने कहा कि ऐसे गंभीर आरोप हैं जो भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों की याचिका में निहित हैं। शीर्ष अदालत ने पहलवानों द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली पुलिस को भी नोटिस जारी किया।
पिछले चार दिनों से पहलवान धरना स्थल पर ही सोए और प्रशिक्षण ले रहे हैं।
Image courtesy : नीरज चोपड़ा facebook page
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