जयपुर, 02 अक्टूबर। चावल पर सूक्ष्म लेखन कला की मर्मज्ञ कलाकार श्रीमती नीरू छाबड़ा ने आज गांधी जयंती के अवसर पर चावल के दानों पर गांधी जी के जीवन के महत्वपूर्ण संदेशों को लिखकर जनचेतना जागृत करने का प्रयास किया है।

जयपुर, 02 अक्टूबर। चावल पर सूक्ष्म लेखन कला की मर्मज्ञ कलाकार श्रीमती नीरू छाबड़ा ने आज गांधी जयंती के अवसर पर चावल के दानों पर गांधी जी के जीवन के महत्वपूर्ण संदेशों को लिखकर जनचेतना जागृत करने का प्रयास किया है।
अनेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्रियों ने श्रीमती नीरू छाबड़ा की सूक्ष्म लेखन कला की सराहना की है।
उन्होंने चावल के दानों पर महात्मा गांधी के जो संदेश लिखे हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नीरू छाबड़ा की सूक्ष्म लेखन कला को देखकर कुछ क्षण के लिए ठिठक गये थे औरउनके लिखे सूक्ष्म संदेश को उन्होंने पढ़ा था।
विगत 34 सालों से चावल पर सूक्ष्म लेखन करने वाली कलाकार का कहना है :
एक साधक की साधना का साधन बन गया,
हाथ में आते ही वह मेरा कैनवास बन गया,
इक नन्हा सा चावल मेरी पहचान बन गया,
सज कर मेरी तूलिका से ‘अक्षरधान’ बन गया।
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