रायपुर, 10 सितम्बर । छत्तीसगढ़ के  सूदूर वनांचलों में सौर ऊर्जा मोबाइल टावर लगाये गये हैं ताकि दूरदराज के इलाकों में नेट कनेक्टिविटी बनी रहे और विद्यार्थियों और कामकाजी लोगों को दिक्कते न हों।

छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा कोरोनावायरस के संक्रमण से उत्पन्न परिस्थतियों के कारण शिक्षण कार्य को सुचारू बनाए रखने के लिए ऑन लाइन पढ़ाई का इंतजाम किया जा रहा है।

इसके लिए नारायणपुर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर घने जंगलों के बीच बसे विकासखंड ओरछा में हमेशा नेट कनेक्टिविटी की समस्या रहती है ।

जिला प्रशासन के सहयोग से क्रेडा एवं दूरसंचार विभाग के द्वारा 15 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर इसका संचालन शुरू कर दिया गया है।

क्रेडा विभाग द्वारा बस्तर संभाग में इस तरह का ऐसा पहला सौर संयंत्र स्थापित किया गया है, जिसमें एकल बी.टी.एस. टावर को सौर ऊर्जा संयंत्र से पूर्णतया डी.सी. विद्युत प्रणाली के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।

संयंत्र में 48-48 वोल्टेज 1000 एएच की दो बैटरी बैंक सपोर्ट भी है, जो कि मास्टर कंट्रोल यूनिट के माध्यम से संबद्ध है, इसमें 24 घंटे बाधारहित विद्युत की आपूर्ति मोबाइल टावर को होती रहेगी।

इसके फलस्वरूप ओरछा व सीमा से लगे अन्य ग्रामों के ग्रामीणों को भी फायदा मिल रहा है।

अब 24 घंटे नेटवर्क सुलभ होने से छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई का लाभ मिलने लगा है। साथ ही शासकीय कार्यालयों, स्वास्थ केन्द्र, बैंक, पुलिस थाना, बेस केंप, आश्रम-छात्रावासों, स्कूलों व अन्य संस्थाओं में भी अब हमेशा 24 घण्टे नेट कनेक्टिविटी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।