काठमांडू, 12 सितंबर| नेपाल सरकार ने सोमवार को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की गुरुवार से शुरू होने वाली चार दिवसीय भारत दौरे की घोषणा की। पिछले माह प्रधानमंत्री पद का शपथ ग्रहण करने के बाद प्रचंड का यह पहला विदेश दौरा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर प्रचंड राजकीय दौरे पर भारत जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री के साथ उनकी पत्नी सीता दहल भी होंगी। प्रचंड नई दिल्ली में भारत सरकार के राजकीय अतिथि के रूप में राष्ट्रपति भवन में ठहरेंगे।
विदेश मंत्री प्रकाश शरण महात इस उच्च स्तरीय दौरे की तैयारी में अभी नई दिल्ली में हैं। दौरे में प्रधानमंत्री प्रचंड के साथ वह भी होंगे।
नई दिल्ली में नेपाली दूतावास की ओर से गुरुवार को आयोजित स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री प्रचंड भाग लेंगे।
शुक्रवार को भारत की ओर से उनके स्वागत समारोह का आयोजन होगा और राष्ट्रपति भवन में ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का मुआयना करेंगे। इसके बाद वह राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
उसी दिन प्रधानमंत्री भारत के राष्ट्रपति से मिलेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आधिकारिक बैठक करेंगे। उसी दिन प्रचंड की मुलाकात भारत सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों से भी होनी है।
अपनी यात्रा के दौरान प्रचंड हिमाचल प्रदेश में नाथपा झकरी पनबिजली परियोजना का मुआयना करेंगे। इसके अलावा वह पतंजलि योगपीठ और इसकी हरिद्वार स्थित निर्माण इकाइयों को भी देखने जाएंगे।
बयान के अनुसार, प्रचंड नई दिल्ली में बुद्धिजीवियों एवं व्यापारिक समुदाय से मुलाकात के साथ-साथ भारत में रहने वाले नेपाली समुदाय से भी मिलेंगे। प्रधानमंत्री और उनका प्रतिनिधिमंडल रविवार को भारत लौट आएगा।
बयान के मुताबिक, भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्री रमेश लेखक के अलावा सांसद, सचिव और विभिन्न मंत्रालयों के अन्य अधिकारी, मीडियाकर्मी और व्यायवसायिक समुदाय के प्रतिनिधि भी इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहेंगे।
नेपाल के विदेश मंत्री महात ने सोमवार को अपने भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से नई दिल्ली में मुलाकात की, जिसके बाद प्रचंड के दौरे की घोषणा की गई। महात मंगलवार को नेपाल लौट आएंगे।
प्रचंड इससे पहले वर्ष 2008 से 2009 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
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