नेपाल में विमान हुआ दुर्घटनाग्रस्त, 23 लोगों के मरने की खबर

काठमांडू, 24 फरवरी। नेपाल में बुधवार को लापता हुआ विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में मारे गए 23 लोगों में दो बच्चे भी हैं। नेपाल के पर्यटन मंत्री के हवाले से एक एजेंसी ने खबर दी है कि नेपाल में लापता छोटे विमान का मलबा मिल गया है। आशंका है कि विमान में सवार सभी तेईस लोगों की मौत हो गयी है। दो विदेशियों सहित तेईस लोगों को ले जा रहा तारा एयर का यह विमान पश्चिमी नेपाल में लापता हो गया था। विमान पोखरा से जोमसोम जा रहा था तब इसका नियंत्रण टॉवर से सम्पर्क टूट गया।

फाईल फोटोः तारा एयर वाइकिंग 9एन-एएचएच ट्विन ओट्टर का विमान (सिन्हुआ/सुनील शर्मा/आईएएनएस)

जानकारी के अनुसार तारा एयर वाइकिंग 9एन-एएचएच ट्विन ओट्टर के विमान ने सुबह 7.47 बजे उड़ान भरी थी। यह मुस्तांग जिले के जॉमसन शहर जा रहा था। विमान का मलबा चार घंटों के बचाव व तलाशी अभियान के बाद पाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान का मलबा पूरे इलाके में फैल गया और विमान अभी भी जल रहा था। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर बेहद ठंड पड़ रही है और वहां बारिश होने की संभावना है।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पोखरा हवाईअड्डे पर मुख्य वायु यातायात नियंत्रक जसोदा सुबेदी ने कहा कि पोखरा एयर ट्रैफिक कंट्रोल से अंतिम बातचीत में विमान के चालक रोशन मनंधर ने बताया था कि विमान सामान्य है।

‘द काठमांडू पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, काठमांडू से करीब 200 किलोमीटर दूर पोखरा से मुस्तांग जिले में जॉमसन शहर के लिए उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद ही विमान संभवत: उत्तरी नेपाल में मयागदी जिले के रुपसे इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

नेपाल में बीते पांच वर्षो में विमान दुर्घटनाओं में 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। आखिरी बार विमान दुर्घटना 16 फरवरी, 2014 को हुआ था। नेपाल एयरलाइंस ट्वीन ओटर की इस घटना में 18 लोगों की मौत हो गई थी।

उत्तरी नेपाल के निकट जॉमसन में अधिक ऊंचाई वाले दुर्गम इलाके में 14 मई, 2012 को अग्नि एयर विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से इसमें सवार कम से कम 15 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।