नेहरू की धरती पर बहुगुणा परिवार की राजनीतिक शख्सियत भुनाएगी भाजपा

विद्या शंकर राय===

इलाहाबाद, 12 जून | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में रविवार से शुरू होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के जरिये देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की धरती पर बहुगुणा परिवार की राजनीतिक शख्सियत को भुनाने की कवायद में जुट गई है।

फोटो: नई दिल्ली में 18 मई, 2016 को विजय बहुगुणा और उनके साथ कांग्रेस के आठ बागी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। (फोटो: आईएएनएस)

पहली बार भाजपा की कार्यकारिणी में शामिल हो रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के साथ ही ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरधर गमांग मुख्य आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

भाजपा की तरफ से इस कार्यकारिणी में इन दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित सदस्य के तौर पर बुलाया गया है।

उत्तराखंड में मचे सियासी घमासान के बाद विजय बहुगुणा भाजपा में शामिल हुए थे। रोचक बात यह है कि उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा के बेटे पहली बार इलाहाबाद में भाजपा के मंच पर दिखाई देंगे।

इलाहाबाद बहुगुणा परिवार का गढ़ रहा है। इनकी पहचान कट्टर कांग्रेसी के तौर पर होती रही है। इनकी बहन रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद से बतौर सपा उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं, लेकिन अब उनके भाई के भाजपा में शामिल होने से इलाहाबाद का पूरा गणित ही बदल गया है।

भाजपा के सूत्र बताते हैं कि विजय बहुगुणा का इलाहाबाद में काफी रसूख है और यहां की राजनीति में उनकी अच्छी खासी पैठ है। विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी उनकी शख्सियत को उत्तराखंड के साथ ही उप्र में भी भुनाना चाहती है।

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरधर गमांग ने कभी वाजपेयी की सरकार को एक वोट से गिरा दिया था, लेकिन आज भाजपा ने उन्हें भी विशेष आमंत्रित सदस्य का दर्जा देकर कार्यकारिणी में जगह दी है। गमांग कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं, लेकिन अब उनका उससे मोहभंग हो गया है लिहाजा अब वह भाजपा के मंच पर नजर आ रहे हैं।

कांग्रेस के नेता व विधायक अजय राय ने बहुगुणा और गमांग के संदर्भ में भाजपा पर सज्जा हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “इससे भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा साबित होता है।”

वहीं, विपक्ष के दावों को खारिज करते हुए भाजपा के नेता विजय बहादुर पाठक ने कहा, “इन दोनों नेताओं के आने से साबित होता है कि भाजपा की नीतियों में आम लोगों का विश्वास बढ़ रहा है।”          –आईएएनएस