कोलकाता, 12 मई| बैंकिंग सेक्टर में सरकार के सुधार कार्यक्रम का विरोध करने के क्रम में सभी नौ बैंक कर्मचारी संघों ने 29 जुलाई को एक दिन की हड़ताल करने का बुधवार को घोषणा की। भारतीय बैंक कर्मचारी महासंघ के महासचिव प्रदीप बिस्वास ने कहा, “बैंकिंग क्षेत्र के सभी नौ संघों की बुधवार को हैदराबाद में बैठक हुई। हमने बैंकिंग क्षेत्र में सुधार के नाम पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में निजीकरण को बढ़ावा देने की सरकार की कोशिश के खिलाफ 29 जुलाई को एक दिन की हड़ताल का आह्वान करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाने की पूरी कोशिश कर रही है और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की दिशा में बढ़ रही है।
बिस्वास ने कहा, “हम समेकन के नाम पर बैंकों के विलय, सरकारी स्वामित्व वाले बैंकों में शीर्ष पदों पर निजी क्षेत्र के लोगों की नियुक्ति, सरकार द्वारा संचालित बैंकों में पूंजी डालने के प्रति केंद्र सरकार की उदासीनता सहित कई सारे मुद्दों का विरोध कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम बैंकिंग क्षेत्र के लिए केंद्र के सुधार कार्यक्रमों पर बराबर नजर रखे हुए हैं और सरकार के कदम के खिलाफ एक सीधी कार्रवाई पर भी विचार कर रहे हैं।”
मजदूर नेता ने कहा, “देश में बैंकिंग उद्योग पर वैश्विक आर्थिक मंदी का असर इसलिए नहीं हुआ क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक मौजूद थे।”
यह हड़ताल बैंक संघों के मंच के तहत आहूत की गई है।
उन्होंने संकेत दिया कि यदि केंद्र सरकार ने मजदूर संघों के विरोध पर गौर नहीं किया तो वे एक बड़ी हड़ताल करेंगे।
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