पंजाब के सीमावर्ती गांवों में दहशत, पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई का डर

पंजाब के सीमावर्ती गांवों में दहशत, पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई का डर

चंडीगढ़, 30 सितंबर | पंजाब के पाकिस्तान से सटे समीवर्ती इलाकों में दहशत है। लोग अपने गांवों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। उन्हें डर है कि भारतीय सेना की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद पाकिस्तान की ओर से भी कुछ इसी तरह की कार्रवाई की जा सकती है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन पर सीमावर्ती इलाकों को खाली कराए जाने तथा लोगों को सुरक्षित शिविरों में रखे जाने को लेकर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।

फोटो : पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल गुरूवार को चंडीगढ़ में अपने निवास पर भारत-पाक सीमा पर हाल के घटनाक्रम के बारे में विचार-विमर्श करते हुए। (आईएएनएस)

अमृतसर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र राजाताल इलाके के एक ग्रामीण गुरुदेव सिंह ने बताया, “हमें गुरुवार शाम को अपने घरों को खाली करने के लिए कहा गया। कहीं और जाने का साधन नहीं है। हमें नहीं पता कि हम कहां जाएं। हमें स्कूलों में जाने को बोला गया था, लेकिन किसी भी स्कूल में कोई प्रबंध नहीं थे।”

अधिकांश ग्रामीण कृषक परिवारों से हैं। उन्हें चिंता है कि खेतों में धान की फसल जो लगभग तैयार है, यदि समय पर नहीं काटी गई तो बर्बाद हो जाएंगी।

किसान शमशेर सिंह ने कहा, “फसल कटाई के लिए तैयार है। हमें नहीं पता कि फसलों की कटाई के लिए हम कब लौटेंगे।”

पंजाब सरकार ने गुरुवार को गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा।

पंजाब के छह सीमावर्ती जिलों के 4,00,000 से अधिक ग्रामीण इससे प्रभावित हुए हैं। कई लोग गांवों से निकलकर अपने संबंधियों और दोस्तों के घर चले गए हैं।

लोगों ने हालांकि स्थानीय प्रशासन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है, लेकिन सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों का कहना है कि लोगों के लिए इंतजाम किए गए हैं।

फिरोजपुर जिले के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमें गुरुवार दोपहर को ही क्षेत्रों को खाली कराने के आदेश मिले थे। तैयारियां करने में समय लगता है। फिलहाल, स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। हम 24 घंटे काम कर रहे हैं।”

सरकारी स्कूलों की इमारतों, सामुदायिक केंद्रों और निजी विवाह स्थलों पर चारपाइयां और बिस्तरें लगाए गए हैं। स्थानीय गुरुद्वारों और सामाजिक संगठनों ने इन लोगों को भोजन परोसने की व्यवस्था की है। लोगों को ट्रैक्टर, ट्रकों और निजी वाहनों में सवार होकर इन क्षेत्रों से निकलते देखा गया है।

पंजाब के सीमावर्ती जिलों में फजिल्का, फिरोजरपुर, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और पठानकोट शामिल हैं।

मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के सलाहकार हरचरण बैंस ने बताया, “पंजाब में हाई अलर्ट जारी है।”

मुख्यमंत्री बादल ने आईबी से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस सहित सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।   –आईएएनएस