पटियाला हाउस कोर्ट में छात्रों और पत्रकारों को पीटा गया

नई दिल्ली, 15 फरवरी (जनसमा)। नई दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में आज उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब  देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता कन्हैया कुमार को पेशी के लिए लाया जाना था।

कन्हैया कुमार की रिहाई के लिए वामपंथी छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। टेलीविजन पत्रकारों का कहना है कि अचानक कुछ  लोगों ने छात्रों को पीटना शुरू कर दिया और जब पत्रकारों ने इस घटना को कैमरे में कैद करना चाहा तो कुछ लोगों ने उनसे भी दुर्व्यवहार किया और वीडियो को डिलीट करने को कहा।

पटियाला हाउस कोर्ट में जेएनयू के छात्रों और पत्रकारों की पिटाई की गई। फोटो: आईएएनएस

एनडीटीवी की एक महिला पत्रकार ने उसके साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना की ‘‘लाइव’’ ब्यौरेवार जानकारी दी। पत्रकार के अनुसार, पुलिस के सामने ही यह सब हो रहा था किन्तु वह मूकदर्शक बनी हुई थी। आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों ने जेएनयू छात्रों को ढूंढ-ढूंढ कर पीटा तथा पत्रकारों को भी लात-घूंसों से मारा गया।

घटना स्थल पर मौजूद महिला पत्रकार ने बताया कि पत्रकारों और छात्रों को कोर्ट परिसर से बाहर खदेड़ दिया गया।

कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने की बरसी पर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के लिए की गई है।

कुमार को  अदालत ने 12 फरवरी को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। उनकी पुलिस हिरासत सोमवार को दो दिन बढ़ा दी गई।

राजनीतिक दबाव में गिरफ्तार : मायावती

राज्यसभा सांसद मायावती ने कहा कि जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की ‘देशद्रोह’ की धारा के तहत गिरफ्तारी पहली नजर में ही गलत प्रतीत होती है।

‘देशद्रोह’ जैसी संगीन धारा का इस्तेमाल दिल्ली पुलिस शायद अपने स्तर से इस मामले में इतनी जल्दी कभी भी नहीं करती, लेकिन राजनीतिक दबाव में आकर उसने देशद्रोह की धारा लगाकर जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है।