वाशिंगटन, 1 अक्टूबर | अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बयान पर सीधा संदेश देते हुए कहा कि परमाणु संपन्न देश को इस दिशा में जिम्मेदार होने की जरूरत है। पाकिस्तान ने इससे पहले कहा था कि वह भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों का उपयोग करने से नहीं हिचकिचाएगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान पर यह बात कही।
ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद में कहा था, “उनके देश ने दिखावे के लिए परमाणु हथियार नहीं रखे हैं। यदि उनके देश की सुरक्षा खतरे में होगी तो वे भारत के खिलाफ इनका इस्तेमाल करेंगे।”
टोनर ने एक सवाल के जवाब में कहा, “परमाणु संपन्न देशों पर परमाणु हथियारों और मिसाइल क्षमताओं के इस्तेमाल को लेकर एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। यह मेरा सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तान प्रशासन को सीधा संदेश है।”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंत्रिमंडल की बैठक में कहा था कि उनका देश भी भारत में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने में सक्षम हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने भी पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से संबंधित बयानों पर चिंता जाहिर की है।
गौरतलब है कि भारत ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादी ठिकानों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ किए थे, जिसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। भारत ने जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में 18 सितंबर को सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के बाद ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ किए। उड़ी हमले में भारत के 19 जवान शहीद हो गए थे।
भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया है।
भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान में नवंबर में होने वाले दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) सम्मेलन में शामिल होने से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान ने दक्षेस सम्मेलन आधिकारिक रूप से स्थगित कर दिया है। –आईएएनएस
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